आगरा जनपद के थाना खेड़ा राठौर क्षेत्र के अंतर्गत चंबल की बाढ़ प्रभावित 3 गांव के लोग 2 दिन से प्रशासन का स्ट्रीमर खराब हो जाने के कारण परेशान हैं। गांव में बीमारियों प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। घर-घर चारपाई बिछ गयी हैं। ग्रामीणों ने जल्द स्टीमर संचालन कराने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश राजस्थान में कोई बारिश के साथ चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर चली गई जिसके कारण चंबल के तटवर्ती इलाकों के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ से के पानी से गिरे गांव में प्रशासन द्वारा ग्रामीणों के आवागमन के लिए स्ट्रीमर संचालन कराया जा रहा है। 2 दिन पूर्व शनिवार की शाम को ग्रामीणों को लेकर गांव पहुंचा स्ट्रीमर पक्की जगह पर टकराने से नीचे से क्षतिग्रस्त हो गया जिससे स्ट्रीमर में पानी भर गया। गनीमत रही कि यात्रियों को तत्काल उतार दिया गया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
वन कर्मियों के मुताबिक भटपुरा गांव के ग्रामीण स्ट्रीमर में अधिक संख्या में सवार हो गए थे साथ ही गांव में पहुंचने पर स्ट्रीमर को पक्की रास्ते पर जबरन खींच दिया जिसके कारण टकराने से हुआ है क्षतिग्रस्त हो गया। नुकसान होने के कारण गांव गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा तीनों गांव के ग्रामीण आवागमन के लिए परेशान हैं।
स्ट्रीमर का संचालन नहीं होने के कारण ग्रामीणों की और परेशानी बढ़ गई है तीनों गांव में घर घर चारपाईयां बिछ गई हैं, ग्रामीण बीमार हो रहे हैं। स्वास्थ विभाग की टीमें गांव नहीं पहुंचने से दवा का वितरण नहीं हो पा रहा है। गांव से निकलने के लिए कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है चारों तरफ पानी ही पानी है। परेशान ग्रामीणों ने तत्काल स्ट्रीमर को ठीक कराने एवं दूसरा स्ट्रीमर संचालित कराने की मांग की है।
इसी संदर्भ में रेंजर बाह चंबल सेंचुरी आरके सिंह राठौर के मुताबिक वन विभाग के स्ट्रीमर में क्षमता से अधिक ग्रामीण सवार हो गए जिस कारण स्ट्रीमर गांव के पास पानी में पक्के रास्ते पर टिक गया। ग्रामीणों ने जबरन धक्का दिया जिसके कारण फाइबर नीचे से क्षतिग्रस्त हो गई और पानी भरने लगा। खराब होने के कारण स्ट्रीमर संचालन नहीं हो पा रहा है ठीक कराने की कोशिश की जा रही है।