Agra. अखिल भारत हिन्दू महासभा की ओर से सावन माह में एक बार फिर ताजमहल पर कांवर चढ़ाने का प्रयास किया गया। ताजमहल पर हिंदूवादी संगठन द्वारा कांवर जाने की सूचना पर पुलिस हरकत में आई और कांवर यात्रा को रोक दिया। इस घटना से हिंदूवादियों में आक्रोश फैल गया। पुलिस की इस कार्यवाही के विरोध में हिंदूवादियों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी शुरू कर दी लेकिन पुलिस ने कांवर को आगे ले जाने नहीं दिया जिसके बाद पास के ही शिव मंदिर में कांवर चढ़ाई गयी।
आपको बताते चले कि अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा ताजमहल को तेजो महालय मानते हुए ताजमहल में शिव आरती, हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ सावन माह में कावड़ चढ़ाने का प्रयास किया गया। उसी कड़ी में सावन के द्वितीय सोमवार को कावड़ चढ़ाने हेतु सोरों एटा से प्रांतीय अध्यक्ष मीना दिवाकर एवं जिला प्रभारी जितेंद्र कुशवाह 1 अगस्त 2021 को कांवड़ भरकर चले। ताजमहल पर हिंदूवादियों द्वारा कांवड़ चढ़ाए जाने की सूचना पर पुलिस ने थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के आंबेडकर पुल के पास महासभा के पदाधिकारियों को रोक लिया और थाने ले आए। कावड़ यात्रा को रोकने की सूचना मिलते ही हिंदू महासभा के तमाम पदाधिकारी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। थाने पर प्रदर्शन करते हुए कावड़ को तेजो महालय पर चढ़ाने की अनुमति की मांग करते रहे लेकिन पुलिस ने कोई अनुमति नहीं दी और दबाव में काशी के शिव मंदिर पर कांवड़ को चढ़वा दिया।
राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को बेल और जय श्री राम, बम बम भोले के केकरे लगाने वालों को जेल, यह आगरा का प्रशासन हिंदू भक्तों के साथ सही नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ताजमहल को ताजमहल ही मानता है तो इस पर खुली बहस करे। जिस प्रकार पुरातत्व विभाग विभाग ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढांचे को ढहाने के बाद उसकी खुदाई की और वहां पर श्रीराम के अवशेष मिले। ठीक उसी तरह ताजमहल को तोड़कर भी उसकी खुदाई करनी चाहिए वहां पर भगवान शिव मंदिर से जुड़े अवशेष मिलेगे। अगर वहां पर शिव मंदिर के अवशेष मिलते हैं तो वहां पर भव्य मंदिर बनना चाहिए और अगर वहां पर शिव मंदिर नहीं मिलता तो ताज महल बनाने में जो भी खर्चा आएगा वह हिंदू महासभा के द्वारा दिया जाएगा।
इस मौके पर मनीष पंडित, विशाल कुमार, आशीष कुशवाहा, तपेंद्र सिकरवार समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।