Agra. शनिवार को जेसीबी द्वारा दीवार ढहाने को लेकर प्रशासन और सत्संगी एक बार फिर आमने-सामने आ गए। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी और सत्संगी कई घंटे तक आमने-सामने डटे रहे। दीवार ढहाने से गुस्साए सत्संगियों ने पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई। तनाव की स्थिति बनने पर भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गया। प्रदर्शन कर रहे सत्संगियों को पुलिस व प्रशासन ने समझाया और जमीन पर दावा करने के कागजात सोमवार को तहसील में प्रस्तुत करने की बात पर मामला शांत हुआ।
आपको बताते चलें कि कुछ समय पहले तत्कालीन एसडीएम सदर एम. अरून्मौली के समय में भी दीवार गिराने पर सत्संगियों और प्रशासन की टीम में टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी। सत्संगियों ने न्यू आगरा थाने का घेराव कर लिया था। अधिकारियों ने किसी तरह से मामले को शांत किया था।
घटना न्यू आगरा थाना क्षेत्र की है। प्रशासन व राजस्व की टीम थाना दिवस में अतिक्रमण की मिली शिकायत पर दयालबाग स्थित राधा बाग में दोपहर को अतिक्रमण हटाने पहुँची थी। टीम ने 22 फीट लंबी और पांच फीट ऊंची दीवार जेसीबी से ढहा दी जिसकी जानकारी होने पर दर्जनों सत्संगी वहां जुट गए। महिलाएं भी भारी संख्या में मौजूद रही। सभी के हाथों में लाठी डंडे थे और प्रशासन से दो दो हाथ करने को तैयार थे। इस दौरान सत्संगियों ने जमकर हंगामा काटा और आरोप लगाया कि तहसील सदर की टीम ने बिना कोई आदेश दिखाए दीवार को गिरा दिया।
राधा स्वामी सत्संग सभा के सचिव जीपी सत्संगी के मुताबिक नहर के दोनों ओर उन्होंने आठ से दस फीट जगह छोड़ रखी है। यह नहर वर्ष 1935 में सत्संग सभा की जमीन पर बनाई गई थी। दीवार को उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर बनाया था। प्रशासन की टीम ने बिना कोई आदेश दिखाए दीवार को जेसीबी की मदद से ढहा दिया। मामले में सत्संग सभा का पक्ष तक नहीं सुना।
इस मामले को लेकर तहसीलदार सदर प्रेमपाल सिंह ने बताया कि चक रोड से कब्जे का प्रयास किया गया था। थाना दिवस में शिकायत पर अतिकमण हटाया गया है। सत्संगियों का दावा है कि दीवार अपनी जमीन पर है। राधा स्वामी सत्संग सभा को दावे से संबंधित दस्तावेज सोमवार को कार्यालय आकर प्रस्तुत करने को कहा गया है।
टकराव की आशंका पर सीओ हरीपर्वत लखन, एसीएम प्रथम जेपी पांडेय, एसडीएम लक्ष्मी एन. और कई थानों का फोर्स मौके पर मौजूद रहे।