Agra. डेढ़ करोड़ रुपये के बिल पास कराने के लिए रेलवे के अधिकारी ने ठेकेदार से डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांग ली। मिन्नते करने के बाद भी बिना रिश्वत के बिल पास न होने से परेशान हुए रेलवे के ठेकेदार ने एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत की। शिकायत पर एंटी ब्यूरो सक्रिय हुई और भ्रष्ट अधिकारी को धौलपुर के रामगढ़ कस्बे में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इस घटना के बाद से रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है।
मामला उत्तर मध्य रेलवे के ब्रिज लाइन के सहायक अधिशासी अभियंता रमेश सिंह से जुड़ा हुआ है। एंटी करप्शन ब्यूरो एएसपी विजय सिंह ने बताया कि ठेकेदार ने 30 जून को शिकायत की थी कि उनकी फर्म को उत्तर मध्य रेलवे में दो कार्य आवंटित हुए थे। दोनों कार्य करीब 90 फीसदी पूरे हो चुके हैं। आगरा में ब्रिज लाइन के सहायक अधिशासी अभियंता रमेश सिंह के कार्यालय में 1.50 करोड़ रुपये के बिल पास कराए जाने हैं लेकिन इन बिलों को पास करने के एवज में डेढ़ लाख रुपये की मांगे कर रहे हैं। इस पर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और इंजीनियर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
एसीबी के एएसपी ने बताया कि इंजीनियर ने ठेकेदार को कई जगह बुलाया मगर धनराशि नहीं ली। टीम आगरा से ही पीछा कर रही थी। फिर दधौलपुर के रामगढ़ कस्बे में ठेकेदार ने एक चाय के स्टॉल पर रेलवे इंजीनियर को रिश्वत की रकम दी। जिसे इंजीनियर ने अपनी पैंट की जेब में रख लिया। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने इंजीनियर को रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया। नोट की गड्डी पर टीम ने पहले से ही पाउडर लगा रखा था।