Agra. आरपीएफ की वर्दी पहने हुए एक युवक आगरा कैंट स्टेशन के बाहर हड़का रहा था। रेलवे पुलिस की वर्दी देख किसी ने भी कुछ कहने का साहस नहीं किया लेकिन लोगों को हड़काने की सूचना कैंट स्टेशन पर चेकिंग दल को हुई तो चेकिंग टीम मौके पर पहुँच गयी। जीआरपी ने युवक से पूछताछ की तो उसने अपने आप को एएसआई आरपीएफ बताया। शक होने पर जानकरी की गई तो पता चला कि युवक फर्जी दरोगा है। जीआरपी टीम ने तुरंत हिरासत में लिया और कानूनी कार्यवाही कर जेल भेज दिया।
मामला कैंट स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में बनी नूरी मस्जिद के पास का है। जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त चेकिंग के दौरान सूचना मिली कि काफी समय से एक वर्दीधारी लोगों को हड़का रहा है। इस सूचना पर टीम पहुँची और उसकी वर्दी देख शक हुआ। उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि लोगों पर रौब झाड़ने लगा। सख्ती से पूछताछ में उसने अपना नाम ग्वालियर निवासी आकाश मथुरिया बताया। जीआरपी ने उसे हिरासत में लिया।
आरोपी को है वर्दी का शौक
आगरा कैंट आरपीएफ इंस्पेक्टर सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे वर्दी का शौक है। 2019 में ट्रेन में फ्री यात्रा के लिए उसने वर्दी सिलवाई थी जिसके बाद वो आरपीएफ में ASI बनकर ट्रेनों में घूमता था और यात्रियों को हड़काने के साथ वसूली करता था।
जूतों ने पकड़वाया फर्जी दरोगा –
आगरा कैंट आरपीएफ इंस्पेक्टर सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि आरोपी दरोगा वर्दी पहने हुए था और अपने आप को आरपीएफ दरोगा बता रहा था लेकिन आरपीएफ दरोगा की ड्रेस के बेल्ट और जूते के रंग के बारे में समझ नहीं आया जबकि आरपीएफ में लाल जूते और लाल रंग की बेल्ट पहनी जाती है मगर वह काले रंग के जूते और बेल्ट पहना था। ऐसे में उसका फर्जीवाड़ा साफ दिख रहा था। आरोपी ने आरपीएफ और जीआरपी को गुमराह करने का प्रयास किया है। आरोपी ने बताया कि उसने बांदीकुई में ट्रेनिंग की है लेकिन वो अपनी बात में फंस गया। जीआरपी ने मुकदमा दर्ज किया और आरोपी को जेल भेज दिया।