Agra. दहतोरा के मंदिर प्रकरण मामले में अखिल भारत हिंदू महासभा का आंदोलन रंग ले आया है। कुछ हद तक पुलिस व प्रशासन बैक फुट आ गया है। अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों की मूर्ति वापस किए जाने सहित हिंदू वादियों पर लगे मुकदमे हटाने और अन्य मांगों को प्रशासन ने मान लिया है जिसके बाद महासभा के पदाधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गयी है।
उग्र होते जा रहे मंदिर प्रकरण मामले को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने एडीए और जिला प्रशासन के खिलाफ शुक्रवार से आमरण अनशन का ऐलान किया था। इस एलान के बाद एसडीएम सदर और एडीए अधिकारियों ने क्षेत्रीय पुलिस के साथ अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्त संजय जाट के मुस्तफा क्वार्टर स्थित उनके निज निवास पर पहुंचे, जहां पर एडीए और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने मंदिर प्रकरण को लेकर महासभा के पदाधिकारियों से वार्ता की। इस दौरान महासभा के पदाधिकारियों ने अपनी बात को भी उनके सामने रखा जिसके बाद प्रशासन और महासभा के पदाधिकारियों के बीच कुछ मुद्दों पर सहमति बन गई। इस सहमति के बाद एडीए प्रशासन मंदिर की मूर्ति वापस करने, हिंदूवादी नेताओं के ऊपर लगे मुकदमे वापस करने और सड़कों पर अवैध रूप से उन्हें बनी मजारों को हटाए जाने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति लेने के बाद अभियान चलाने की बात कही।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्त संजय जाट ने बताया कि एडीए और जिला प्रशासन के अधिकारी उनके निवास पर पहुंचे थे। मंदिर प्रकरण को लेकर वार्ता हुई है। एडीए अधिकारी उन्हें मूर्ति वापस करने के लिए तैयार हैं तो वहीं पुलिस व प्रशासन ने उनकी मांगों को मान लिया है। इस आश्वासन के बाद शुक्रवार से जो आमरण अनशन का कार्यक्रम था वह तत्काल प्रभाव से कैंसिल कर दिया गया है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सचिन प्रताप सिंह भदोरिया, तपेंद्र चौहान, रौनक ठाकुर, मनीष पंडित, दीपक प्रजापति, विशाल कुमार, आशीष कुशवाह, अजय पंडित, प्रदेश प्रवक्ता बृजेश भगोरिया समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।