Agra. कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री शबाना खंडेलवाल ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए दो टूक शब्दों में कहा है कि जिला जेल प्रशासन ने साजिशन मेरे पति की हत्या की है जिसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कुछ सवाल भी जिला प्रशासन के सामने रखे हैं जिनके जवाब मांग रही हैं जिसका जिला जेल प्रशासन ने अब तक कोई जबाव नहीं दिया है।
मामला जिला जेल से जुड़ा हुआ है। पिछले दिनों सजायाफ्ता रवि खंडेलवाल की तबियत खराब हुई थी। उन्हें काफी समय से बुखार आ रहा था जिसको लेकर उन्होंने अपनी पत्नी को पत्र भी लिखा था। यह पत्र 12 तारीख को लिखा गया था। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने अपनी पत्नी को बताया था कि उनकी तबीयत बार-बार बिगड़ रही है। दवा लेने पर दवा का जितना असर रहता है, बुखार उतर जाता है और फिर तबियत पहले के जैसी ख़राब हो जाती है। ऐसे में उन्हें 16 अप्रैल को कोरोना की वैक्सीन भी लगा दी गई। कोरोना की वैक्सीन लगाने के बाद उनकी तबियत अचानक से और ज्यादा बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें एसएन में भर्ती कराया गया। इस पूरे मामले को लेकर 27 अप्रैल को उनके पास व्हाट्सएप पर खबर आई थी कि आपके पति को चेकअप के लिए एसएन ले जाया जा रहा है। जब वह इस सूचना पर है एसएन पहुंची तो उन्हें पता चला कि उनका स्वास्थ्य ठीक ना होने के बाद उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया।
पत्रकारों से रूबरू होते हुए शबाना खंडेलवाल ने दो टूक शब्दों में कहा कि जिस एंबुलेंस से उन्हें लखनऊ इलाज के लिए रेफर किया गया था उसमें किसी भी तरह के जीवन रक्षक उपकरण नहीं थे और न ही ऑक्सीजन के सिलेंडर पर्याप्त संख्या में थे। बीच रास्ते में ही ऑक्सीजन गैस सिलेंडर खत्म हुआ था। जब पति ने हंगामा किया, रात 8:30 बजे जब लखनऊ पहुंचे तो जेल प्रशासन ने उनकी किसी भी तरह की मदद नहीं की। बाद में लोगों की मदद से उन्हें किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया था लेकिन तब तक इंफेक्शन इतना बढ़ गया था कि इलाज के दौरान पति ने दम तोड़ दिया।
शबाना खंडेलवाल ने जिला जेल प्रशासन से दो टूक शब्दों में कहा है कि जब उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था, उन्हें लगातार बुखार आ रहा था तो उन्हें कोरोना की वैक्सीन क्यों लगाई गई। इसका मतलब साफ है कि उनकी साजिशन हत्या की गई है।