Agra. बुधवार को ड्रग विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी। ड्रग विभाग ने शहर में संचालित व अवैध मेडिकल और सर्जिकल समान की फैक्ट्री पर छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया। सूचना पर पहुँची ड्रग विभाग व पुलिस को देख फैक्ट्री में हड़कंप मच गया। ड्रग विभाग के अधिकारियों ने जब एक बंद दरवाजे को खुलवाया तो उनके भी होश उड़ गए। यहां अवैध सर्जिकल समान बनाया जा रहा था। ड्रग विभाग के अधिकारियों ने तुरंत कार्यवाही करते हुए सामान जब्त कर लिया और मालिक से पूछताछ शुरू कर दी है।
मामला थाना जगदीशपुरा के गढ़ी भदौरिया का है। ड्रग विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में राजेश अग्रवाल हेल्थकेयर डिवाइसेस नाम से अवैध रूप से मेडिकल और सर्जिकल सामान की फैक्ट्री संचालित कर रहे हैं। इस सूचना पर छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया गया। राजेश अग्रवाल ने खाली प्लाट में गोदाम और आवासीय परिसर में फैक्ट्री बनाकर रखी हुई थी। इस फैक्ट्री के एक कमरे में यह कारोबार किया जा रहा है। ड्रग विभाग के अधिकारियों ने जब छापामारा और जांच पड़ताल की तो एक कमरे पर नजर पड़ी। उसका ताला खुलवाया तो सभी के होश उड़ गए। कमरे में मेडिकल और सर्जिकल सामान से भरा हुआ था। कर्मचारियों द्वारा सर्जिकल का सामान तैयार किया जा रहा था। ड्रग विभाग के अधिकारियों ने मालिक से पूछताछ की और लाइसेंस के बारे में पूछा तो फैक्ट्री का लाइसेंस भी नही था।
ऐ.के जैन असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर आगरा का कहना है कि राजेश अग्रवाल बड़ी बड़ी कंपनियों की दवाइयों की डीलिंग करते है। दवाई खरीदने के बाद यह आगरा में बेचते है लेकिन कुछ सामान जैसे सिरिंज, ग्लब्स और कुछ डिवाइस की रिपैकेजिंग करते है जो मैन्युफैक्चरिंग में आता है। इसका इन पर कोई लाइसेंस नही है। इनके खिलाफ ड्रग एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी।
नरेश मोहन दीपक ड्रग इंस्पेक्टर आगरा ने बताया कि हेल्थ केयर डिवाइसेस नाम की कंपनी की जांच आई थी और जांच के बाद पता चला कि कंपनी रजिस्टर्ड ही नहीं है। रिपोर्ट जब भेजी गई तो उसके बाद कार्यवाही की गई है। फैक्ट्री में करोड़ों रुपये का मेडिकल और सर्जिकल का सामान मिला है जिसे जब्त कर कार्यवाही की जा रही है।