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IMA ने भी माना अप्रैल माह में आगरा में थी ऑक्सीजन की भारी किल्लत, प्रशासन जिम्मेदार

by admin
IMA also admitted that there was acute shortage of oxygen in Agra in the month of April, administration responsible

आगरा। पारस हॉस्पिटल मॉकड्रिल प्रकरण में आईएमए के पदाधिकारी डॉ. अरिंजय जैन के पक्ष में खड़े दिखाई दे रहे हैं। आईएमए के पदाधिकारी 26 और 27 अप्रैल को शहर में ऑक्सीजन की भारी कमी होने की बात कहते नजर आ रहे हैं।

वहीं सांसद एसपी सिंह बघेल ने इस बात को सिरे से नकार दिया है। सांसद बघेल का कहना है कि आगरा जिले में किसी हॉस्पिटल में एक मिनट के लिये भी ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई है। यहां प्लेन से ऑक्सीजन कैप्सूल लाकर किसी कमी को होने नहीं दिया। सांसद बघेल ने सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए कहा कि हॉस्पिटल के साथ होम आइसोलेशन वालों के घर में भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी गयी। उन्होंने कहा कि पारस हॉस्पिटल में किसी की भी मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते नहीं हुई है।

वहीं अगर आईएमए पदाधिकारियों की मानें तो 27 अप्रैल को ताजनगरी में ऑक्सीजन की भारी किल्लत थी, जिसके कारण कई हॉस्पिटलों में मरीजों की बिना ऑक्सीजन के मौत भी हुई। साथ ही आईएमए के पदाधिकारी पारस हॉस्पिटल के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर आक्रोशित हैं।

आईएमए के अध्यक्ष राजीव उपाध्याय का कहना है कि केवल वीडियो के आधार पर इतनी बड़ी कार्रवाई करना सही नहीं है। पहले ठोस जांच की जाती और उसके बाद कार्रवाई होती तो सही रहता। आईएमए के अध्यक्ष ओपी यादव ने बताया कि मामले की जांच बहुत गहराई से होनी चाहिए। इस बात से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता कि इस दौरान जिले में ऑक्सीजन की भारी कमी थी और इसके लिए सिर्फ प्रशासन जिम्मेदार है।

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