Agra. 70 साल की उम्र में शादी की चाहत के चलते भाजपा नेत्री के भाई किशन अग्रवाल की जान चली गयी। दलालों पर भरोसा कर अपने लिए दुल्हन तलाश रहे विजय नगर निवासी किशन अग्रवाल को दलालों ने ही मौत के घाट उतारा था। एसपी सिटी ने इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 2 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक महिला भी शामिल है। वहीँ घटना में शामिल चार अभियुक्त अभी फरार चल रहे हैं जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
घटना 13 अप्रैल की है। आगरा के हरीपर्वत थाना क्षेत्र के विजय नगर फ्रीगंज में 67 साल के वृद्ध किशन अग्रवाल की हत्या कर दी गई थी। फ्रीगंज के रामादेवी अपार्टमेंट में रात 11 बजे वृद्ध के घर कुछ लोग गाड़ी से आए थे जिन्होनें घटना को अंजाम दिया।
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि इस घटना के खुलासे के लिए कई टीमों को लगाया गया था। इस हत्याकांड का एक ही गवाहा था और वो अपार्टमेंट का चौकीदार था जिसने उस दिन किशन अग्रवाल से मिलने आये लोगों को देखा था। उससे गहनता से पूछताछ की तो उसने बताया था कि घटना वाले दिन लगभग 5 लोग कार से आए थे जिसमें एक महिला भी शामिल थी और तकरीबन 2 बजे वह गाड़ी से निकल गए। इस बीच उन्होंने ही घटना को अंजाम दिया।
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि गहनता से जांच करने व गाड़ी के नंबर से कुछ लोगों की जानकारी हुई। एक आरोपी को पहले पकड़ा जिसने इस हत्याकांड की सारी कहानी को बयां कर दिया। उसकी निशान देही पर हत्याकांड में शामिल नीलिमा नाम की महिला को गिरफ्तार किया गया।
पकड़े गए आरोपी से पूछताछ में पता चला कि 70 वर्षीय बुजुर्ग शादी करना चाहता था। शादी की इच्छा जताते हुए एक सुंदर लड़की के लिए उन्होंने जान पहचान वाले बिल्लू से कहा और शादी कराने वाले को लाखों रुपए या फिर प्लॉट देने की बात कही थी। बिल्लू ने यह बात अपने दोस्त सर्वेश से कही और सर्वेश ने अपने दोस्त विजय से कही जिसका संपर्क आपराधिक लोगों से था। बुजुर्ग को शादी की चाहत रखने की जानकारी होने पर इन लोगों ने अपराधिक लोगों के साथ मिलकर पूरी घटना की साजिश को अंजाम देने के लिए प्लान बनाया और इस साजिश में महिला को भी शामिल किया।
एसपी सिटी ने बताया कि घटना वाले दिन यह सभी लोग एसयूवी गाड़ी से किशन अग्रवाल के घर मिलने पहुंचे थे। उनके साथ महिला भी थी। उन्होंने महिला को किशन अग्रवाल से मिलवाया और उन्हें एक अलग कमरे में भेज दिया। अलग कमरे में दोनों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी बनाई गई फिर उसके बाद इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इस प्लानिंग के दौरान किशन अग्रवाल के परिचित ने पूरी छानबीन कर ली थी कि किशन अग्रवाल कितने बजे घर आते हैं, कहां पर अपनी तिजोरी की चाबी रखते हैं, कहां पर उनका पैसा है और उनके पास कितना पैसा है। इसकी जानकारी जुटाई गई और फिर 13 तारीख की रात को हत्याकांड को अंजाम देकर किशन अग्रवाल के घर से लाखों रुपए की लूट करके फरार हो गए।
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि इस हत्याकांड के खुलासे को लेकर उनकी टीम ने काफी मेहनत की है। एक एक कड़ी को जोड़ा गया तब इन शातिर अपराधियों तक पहुंचा गया। अभी दो अपराधी गिरफ्तार हुए हैं जिसमें महिला भी शामिल है। बाकी चार शातिर अपराधी अभी फरार हैं जिनकी धरपकड़ का प्रयास चल रहा है।