भारत-पाकिस्तान के बीच 26 फरवरी 2019 के तड़के करीब 3:30 बजे भारत की तरफ से 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा पार करते हुए जैश-ए- मोहम्मद के शिविर को ध्वस्त कर दिया था। आज बालाकोट एयर स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर देश ने जवानों की वीरता को नमन किया। बालाकोट हवाई हमला जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद किया गया था। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हुए थे।जिसके बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक से भारतीय सेना द्वारा अपने शहीद जवानों का बदला लिया गया था।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वायुसेना की वीरता को सलाम करते हुए कहा, “2019 में आज ही के दिन भारतीय वायुसेना ने पुलवामा आतंकी हमले का जवाब देकर नए भारत की आतंकवाद के विरुद्ध अपनी नीति को पुनः स्पष्ट किया था। मैं पुलवामा के वीर शहीदों का स्मरण व वायु सेना की वीरता को सलाम करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश व हमारे जवानों की सुरक्षा सर्वोपरि हैं।”
बालाकोट एयर स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना के पराक्रम और परिश्रम को सलाम किया। रक्षा मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, “बालाकोट की सफलता ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति को दिखाया है। बालाकोट हमलों की सफलता ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति को दिखाया है। हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है जो भारत को सुरक्षित और सुदृढ़ रखते हैं।”
इस हमले के लिए भारतीय वायुसेना ने मिराज-2000 के साथ ही सुखोई एसयू-30 का भी प्रयोग किया था। वायुसेना के इस हवाई हमले में जैश के करीब ढाई सौ से ज्यादा आतंकी ढेर हुए थे। लेकिन उरी और बालाकोट हवाई हमले से यह बात साफ हो गई थी कि आगे भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ करारा जवाब दिया जाएगा।
भारत ने 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमले में 42 जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए बालाकोट एयर स्ट्राइक की। पुलवामा हमले के बाद देश में बदले की आग धधक रही थी वहीं सरकार की तरफ से भी कहा गया कि शहादत का बदला लिया जाएगा। पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन के बाद ही भारत में 26 फरवरी की रात को भारत के मिराज 2000 को रवाना कर के पुलवामा हमले का सटीक जवाब दिया था।बालाकोट में वायुसेना के ऑपरेशन की गोपनीयता बनाए रखने के लिए इसका को
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