Agra. मंगलवार को एसएन का नजारा बिल्कुल बदला हुआ था। लोगों की भीड़ लगी हुई थी और एक बच्चे की नुमाईश चल रही थी। इस नुमाईश में एक महिला अपनी बेबशी के चलते अपने मासूम को बेचने के लिए आवाज लगा रही थी। एक महिला इस मासूम को खरीदने के लिए तैयार भी हो गयी और इसके लिए महिला को रुपए भी दे दिए। एसएन हॉस्पिटल में मासूम को खुले आम बेचे जाने की सूचना पर आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस मौके पर पहुँच गए। उन्होंने पीड़ित महिला से पूरी जानकारी ली और बच्चे की खरीद फरोख्त को रोक दिया।
यह पूरी घटना एमजी रोड स्थित एसएन हॉस्पिटल की है। पीड़ित महिला पिंकी अपने डेढ़ महीने के मासूम को लेकर बाहर लोगों के बीच बैठी हुई थी और किसी वस्तु को बेचने की तरह अपने बच्चे को बेचने की आवाज लगाने लगी। महिला की आवाज सुनकर लोगों की अच्छी खासी भीड़ जमा हो गयी। एसएन में खुले आम बच्चे को बेचने की सूचना पर पहुँचे आरटीआई एक्टिविस्ट ने पीड़ित महिला से वार्ता की और बच्चे को बेचे जाने के कारणों की जानकारी ली।
पीड़ित महिला ने बताया कि वह सदर थाना क्षेत्र के नंदपुरा गोपालपुरा की रहने वाली है। उसके डेढ़ महीने के बच्चे की तबियत खराब होने पर एसएन में भर्ती कराया था लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह बच्चे को पाल नहीं पाएगी। उसने बताया कि उसका पति जूता कारीगर है लेकिन शराब का आदि है जो परिवार की देखरेख नहीं करता है। उसे भी दौड़े आते हैं और उसके पास पहले ही एक बच्चा है जिसका भरण पोषण भी मुश्किल से हो पा रहा है, ऐसे में इस मासूम का पल पाना मुश्किल हो रहा है। उसने बताया कि बच्चा बीमार होने पर भी पति कोई ध्यान नहीं दे रहा है वह कई दिनों से ऐसे ही भटक रही है।
इस बीच एक महिला आई और बच्चे को ले जाने लगी। उसका कहना था कि उसने बच्चे को खरीद लिया है। उसने बच्चे को कपड़े दिये हैं और इसकी माँ को पैसे भी दिए है। आआरटीआई एक्टिविस्ट ने जैसे ही महिला से इस बच्चे की कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बारे में पूछा तो महिला सकपका गयी और वहाँ से चली गयी।
आरटीआई एक्टिविस्ट नरेश पारस ने इस पूरे मामले को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया। उन्होंने पहले 112 पर कॉल किया लेकिन कोई रिस्पांस ना मिलने के बाद जिलाधिकारी और से एसएसपी को भी फोन किए। दोनों अधिकारियों के फोन ना उठाने पर नरेश पारस ने एसपी सिटी से वार्ता की और पूरे मामले की जानकारी दी मामले की गंभीरता को देखते हुए तो एसपी सिटी ने थाना एमएम गेट को इस पूरे मामले में कार्रवाई के लिए निर्देशित किया एसपी सिटी से निर्देश मिलने के बाद एमएम गेट थाना पुलिस एसएन पहुंच गए तो वहीं एसएन के प्राचार्य भी मौके पर आ गए। उन्होंने पीड़ित महिला को समझाया और बच्चे को इलाज के लिए दोबारा भर्ती कराया गया।