आगरा। थाना एत्माद्दौला के अंतर्गत नुनिहाई क्षेत्र में स्थित रोमसन्स फैक्ट्री (164) के बेसमेंट में सुबह लगभग 10 बजे आग लग गयी। आग लगने की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया, तुरंत ही क्षेत्रीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में काम करते वक्त किसी वजह से बेसमेंट में आग लग गई जिसके कारण अफरा-तफरी मच गई। बमुश्किल फैक्ट्री कर्मचारियों को बाहर निकाला गया और 2 घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।
रोमसन्स फैक्ट्री के संचालक विकास खन्ना ने बताया कि लॉकडाउन में प्रशासन की अनुमति पर यहां सर्जिकल सामान तैयार किया जा रहा है ताकि मेडिकल से संबंधित सामान की आपूर्ति में समस्या न आये। इस वक़्त फैक्ट्री में सिर्फ 8-10 कर्मचारी ही काम कर रहे हैं। अचानक ही उन्हें फैक्ट्री के बेसमेंट में आग लगने की जानकारी हुई, उन्होंने तुरतं फायर बिग्रेड को फ़ोन किया। आग पर काबू पा लिया गया है और किसी की भी जनहानि नहीं हुई है।
लेकिन दूसरी तरफ जब हमने कुछ कर्मचारियों से बात की तो पहचान छुपाने की बात कहते हुए उन्होंने बताया कि फैक्ट्री में आग लगने के दौरान 100 से ऊपर कर्मचारी मौजूद थे। फैक्ट्री संचालक ने साफ कह रखा है कि अगर आप काम करने नहीं आएंगे तो आपको वेतन भी नहीं मिलेगा और नौकरी से भी निकाल दिया जाएगा। लॉकडाउन के चलते पहले से ही परेशान व्यथित कर्मचारी और मजदूरों के लिए फैक्ट्री संचालक यह आदेश बड़ी समस्या बन गया है जिसके कारण वे फैक्ट्री जाने को मजबूर है।
बताते चलें कि रोमसन्स की पांच यूनिट थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में स्थित है। फैक्ट्री संचालक के मुताबिक प्रशासन की परमिशन सिर्फ एक फैक्ट्री के लिए हैं। ऐसे में यह जांच का विषय हो सकता है कि एक परमिशन की आड़ में सभी फैक्ट्रियों संचालित हों और लॉक डाउन में भी सैकड़ों मजदूर-कर्मचारियों से काम लिया जा रहा हो।