आगरा। अपने भाई और बहन को इंसाफ दिलाने के लिए एक विकलांग ने अपने कंधों पर भार उठाया है। पैरों से लाचार यह विकलांग कानून पर विश्वास जताते हुए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। क्षेत्रीय इंस्पेक्टर से लेकर एसएसपी के कार्यालय की चौखट को खटखटा चुका है लेकिन अभी तक इसे इंसाफ नही सिर्फ आश्वासन ही मिला है और इस बीच दबंग जान से मारने की धमकी भी देने लगे है।
एत्मादपुर का रहने वाला पीड़ित मो. मुज़ीम एत्मादपुर तहसील दिवस में एडीजी अजय आंनद के पहुँचने की सूचना पर पहुँचा। पीड़ित विकलांग ने एडीजी अजय आनंद को प्रार्थना पत्र दिया और पूरी घटना से रूबरू कराया लेकिन यहाँ भी इस पीड़ित विकलांग को उचित कार्यवाही की जगह सिर्फ आश्वासन ही मिला।
पीड़ित विकलांग मोहम्मद मुजीम ने बताया कि मार्च 2019 में जीजा ने अपने साथियों के साथ भाई फरमान की हत्या कर दी थी। इस मामले में जगदीशपुरा थाने में चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नही हुई है। भाई की हत्या बहन के ही सामने की गई। बहन इस मामले की मुख्य गवाह थी इसलिए जीजा और ससुराल पक्ष बहन को प्रताड़ित करने के साथ मारपीट करने लगे। आये दिन होने वाली मारपीट से तंग आकर बहन ने आत्महत्या कर ली। बहन की आत्महत्या का मामला भी एत्मादपुर थाने में दर्ज है।
फिलहाल पीड़ित विकलांग पुलिस की कार्यप्रणाली से काफी नाराज है। पीड़ित का कहना है कि पुलिस जब विकलांग की नही सुनती तो आम व्यक्ति की कैसे सुनवाई होगी। पीड़ित विकलांग का कहना है कि जब तक भाई और बहन को इंसाफ नही मिलता वो अपनी लड़ाई जारी रखेगा। चाहे इसके लिए उसे भी अपनी जान क्यो न गवानी पड़े।