आगरा। जम्मू-कश्मीर से 30 और अलगाववादी नेताओं को भारतीय वायुसेना से विशेष विमान से आगरा लाया गया है, जहां हवाई अड्डे से कड़ी सुरक्षा में केंद्रीय कारागार पहुंचाए गए। इन सभी अलगाववादी नेताओं को कड़ी सुरक्षा में सेंट्रल जेल भेजे गया है। इससे पहले 8 अगस्त को भी 26 अलगाववादी नेताओं को आगरा सेंट्रल जेल लगाया गया था।
घाटी में जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। सरकार भी लगातार एहतियात बरत रही है। सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करना चाहती है। घाटी की जेलों में बंद पत्थरबाज और अलगाववादियों को दूसरे प्रदेशों की जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है। आगरा में गुरुवार को घाटी से 30 और बंदी पहुंचे हैं। अब तक 56 बंदी आगरा के केंद्रीय कारागार में आ चुके हैं।
गुरुवार को जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर जेल से 30 बंदियों को आगरा सेंट्रल जेल लाया गया है। पब्लिक सिक्योरिटी एक्ट (पीएसए) और अन्य धाराओं में बंद ये कैदी पत्थरबाज और आतंकी बताए गए हैं। इन्हें विशेष विमान से आगरा के खेरिया एयरपोर्ट लाया गया। वहां से बेहद कड़ी सुरक्षा में हलवाई की बगीची स्थित जेल ले जाया गया। जेल के अंदर और बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
आगरा सेंट्रल जेल में हाई सिक्योरिटी सेल में सिर्फ 30 कैदियों के ही रखे जाने की व्यवस्था है। बताया जा रहा है कि इन 30 अलगाववादी नेताओं को विशेष रूप से तैयार बैरकों में रखा जाएगा। सेंट्रल जेल में अलगाववादी नेताओं के पहुंचने पर पुलिस व प्रशासन के आला अफसरों ने जेल पर डेरा डाल रखा है और जेल में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
सूत्र बताते हैं कि सभी बंदियों को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। हालांकि अभी तक जम्मू-कश्मीर से इन बंदियों से मुलाकात करने के लिए कोई भी नहीं पहुंचा है। लेकिन, सुरक्षा के लिहाज से आगरा की जेल में कड़ा पहरा है।