आगरा के रोडवेज विभाग से भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नही ले रहा है। हाल ही में एक परिचालक से टीआई द्वारा रिश्वत के रूप में 500 रुपये मांगने का मामला थमा नही था कि रोडवेज विभाग के एक सचल दस्ते ने आगरा जयपुर रूट पर संचालित एक बस से 23 यात्रियों को बिना टिकट के पकड़ लिया। इस पूरे मामले से विभाग में खलबली मच गई। सचल दल ने तुरंत इसकी सूचना विभाग के उच्च अधिकारियों को दी और चालक परिचालक के खिलाफ कार्यवाही को अंजाम दिया।
मामला आगरा फोर्ट डिपो से जुड़ा हुआ है। फोर्ट डिपो की यह बस आगरा से जयपुर के लिए निकली थी। करीब 9 बजे दौसा जयपुर के बीच जटवारा के निकट चेकिंग दस्ते ने इस बस को रोक लिया। बस में कुल 31 यात्री सवार थे लेकिन जैसे ही सचल दल ने उनकी टिकट चेक की तो सभी के होश उड़ गए। 31 सवंरियो में से 23 यात्रियों पर टिकट नही थी। यह देखते ही टिकट निरीक्षक के होश उड़ गए। टिकट निरीक्षक ने यात्रियो से वार्ता की तो सभी यात्रियो का कहना है कि परिचालक में टिकट का पूरा किराया लिया लेकिन टिकट नही दी और मांगने पर यही कहता रहा कि कोई चेकिंग नही होगी।
इस बस में एक परिचालक अर्जुन सिंह के साथ दो चालक राकेश और राजवीर मौजूद थे। तीनो ही विभाग में संविदा पर तैनात है। बताया जाता है कि इस रूट पर बिना टिकट यात्रा कराये जाने की शिकायत काफी समय से मिल रही थी जिस पर इस रूट पर चेकिंग बड़ाई गयी और यह खेल पकड़ में आ गया।
इस पूरे मामले को लेकर आरएम मनोज त्रिवेदी का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। तीनों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। पूरे मामले की टीएस से रिपोर्ट मांगी है।