आगरा। बहन के लिए एक भाई भाई ही होता है। चाहे वह अपराधी हो डकैत हो या फिर जेल में निरुद्ध कैदी क्यों ना हो और भाई बहन के प्यार का अनूठा त्यौहार रक्षाबंधन से बढ़कर कुछ नहीं होता है। जेल में निरूद्ध कैदी भाई को राखी बांधने के लिए बहनों का सैलाब जिला जेल पर उमड़ पड़ा। रविवार को रक्षाबंधन का महापर्व जहां पूरे देश में मनाया जा रहा था तो वहीं जिला जेल आगरा पर बड़ी संख्या में बहने जेल में निरूद्ध अपने कैदी भाई की कलाई पर राखी बांधने पहुंची थी। बहन के एक हाथ में घेवर और राखी की थैली थी तो दूसरे हाथ में रोली और चावल।
जेल में वर्षों से निरुद्ध अपने कैदी भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनों मे खासी व्याकुलता देखी जा रही थी। रक्षाबंधन के महापर्व पर बहनों की भारी भीड़ को देखते हुए जेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम भी किए गए थे। केवल बहने ही नहीं जेल में निरुद्ध कैदी की भांजी और अन्य रिश्तेदार भी मिलने के लिए आए थे। जेल में पहुंची बहनों ने जेल में निरुद्ध कैदी भाई के माथे पर रोली चावल का टीका किया और फिर कलाई पर राखी बांधकर भगवान से जल्द रिहा होने की प्रार्थना की। इस मौके पर जेल प्रशासन द्वारा जेल में निरुद्ध कैदी भाई के लिए बहनों के हाथ से बना खाने के पैकेट पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई थी।
कुछ बहने ऐसी थी जो अपने भाई से मिलकर जब मीडिया के सामने आई तो उनका दर्द छलक उठा। वर्षो से जेल में निरुद्ध कैदी भाई के बहने अपने भाई की रिहाई की उम्मीद कर रही थी तो रक्षाबंधन के पर्व पर अपनी कलाई पर रक्षासूत्र बंधवाने वाला कैदी भाई अपनी बहन की जीवन भर रक्षा का संकल्प ले रहा था।