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भ्रूण लिंग परीक्षण मामले में राजस्थान पुलिस ने आगरा में मारा छापा

by admin

आगरा। आगरा भ्रूण लिंग परीक्षण की नगरी बनती चली जा रही है। भ्रूण परीक्षण करने पर सख्त सजा का प्रावधान होने पर भी कुछ पैसों की खातिर चिकित्सक और इस पेशे से जुड़े लोग आगरा को बदनाम कर रहे हैं और बेटियों को कोख़ में मारने वाले शैतान बन चुके है। ऐसा ही कुछ एक बार फिर आगरा शहर में देखने को मिला।

राजस्थान की पीसीपीएनडीटी टीम के साथ स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर ट्रांस यमुना के केडी हॉस्पिटल पर छापा मारकर चिकित्सक और रुखसार नाम की नर्स को पकड़ा है। राजस्थान की पीसीपीएनडीटी टीम को काफी समय से फर्जी लिंग परीक्षण की जानकारी मिल रही थी। टीम ने एजेंट के माध्यम से भ्रूण परीक्षण कराने के लिए संपर्क किया। यह एजेंट डमी गर्भवती का भ्रूण परीक्षण कराने के लिए धौलपुर से आगरा लेकर पहुंचा। यहां राजस्थान की टीम ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की टीम को शामिल किया। एजेंट डमी गर्भवती को लेकर केडी हॉस्पिटल, ई 36 ट्रांस यमुना कॉलोनी ले गया। यहां केडी हॉस्पिटल संचालक देवेंद्र चौधरी ने लिंग परिक्षण के लिए 10 हजार रुपये लिए। चिकित्सक डमी गर्भवती को लेकर कृष्णा कॉलोनी टेढी बगिया स्थित एक मकान पर पंहुचा। टीम ने जब कृष्णा कॉलोनी पहुंच छापा मारा तो तो घर की पहली मंजिल पर भ्रूण परीक्षण करते हुए रुखसार पत्नी अरमान निवासी शंकर नगर टेढी बगिया को पकड़ा।

रुखसार इस खेल की पुरानी खिलाड़ी बताई जा रही है। जो हाल ही में जमानत पर छूट कर आई थी। रुखसार इस क्षेत्र में फर्जी लिंग परीक्षण केंद्र चोरी छिपे चला रही थी। रुखसार गर्भस्थ शिशु की धड़कन की जांच के लिए इस्तेमाल होने वाले फीटल डॉप्लर को गर्भवती महिला के पेट पर घुमाती थी और उसकी धड़कन की आवाज होने से लड़का है या लड़की यह बताने का दावा करती थी। रुखसार अधिकतर लोगों को गर्भ में लड़की बताती थी जिसके बाद गर्भस्थ शिशु के कत्ल का सिलसिला शुरू हो जाता था।

राजस्थान की टीम ने रुखसार को फीटल डॉप्लर से फर्जी भ्रूण परीक्षण करते हुए रंगे हाथ पकड़ा। टीम ने केडी हॉस्पिटल के संचालक देवेंद्र चौधरी और रुखसार से दिए गए 16 हजार रुपये भी जब्त किए हैं।
फ़िलहाल स्वास्थ्य विभाग ने दोनों को पुलिस हिरासत में दे दिया है।

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