आगरा। अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने के साथ साथ आरपीएफ और रेलवे के कर्मचारी किस तरह से यात्रियों की मदद कर रहे हैं। इसके आए दिन उदाहरण देखने को मिल जाते है। रविवार को भी आगरा कैंट पर ऐसा ही कुछ देखने को मिला। चेकिंग के दौरान आरपीएफ स्कवाड को दुर्ग जम्मू कश्मीर ट्रेन में लेडीज पर्स मिला जिसमे जरुरी कागजात और सोने के आभूषणों के साथ नगदी भी मिली। आरपीएफ स्कवाड ने इंसानियत का परिचय दिया और स्टेशन अधीक्षक के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले के बारे में बताया साथ ही ट्रेन के यात्री को भी इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलते ही रेलयात्री भी आगरा स्टेशन पहुंच गए। रेलवे अधिकारियों की मौजूदगी में महिला रेलयात्री को उसका समान और नगदी वापस कर दी। अपना सामान वापस पाकर महिला रेलयात्री ख़ुशी से फूले नहीं समाई और सामान वापस पाकर रेलवे अधिकारियों और आरपीएफ को बधाई दी।
आरपीएफ के अर्जुन और धर्मवीर सिंह ने बताया कि दुर्ग जम्मू एक्सप्रेस में ट्रेन के दौरान बी 4 कोच की सीट नंबर 12 पर लेडीज पर्स मिला जिसमे मंगलसूत्र ,वालिया, चेन, 20 हजार 516 की नगदी थी। उसी में जरुरी कागजात मिलने पर यात्री को तुरंत फोन कर उसकी जानकारी दी गयी और उन्हें उनका सामान वापस कर दिया गया।
जिस महिला का पर्स ट्रेन में छूटा था वह महिला रायपुर कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर तैनात है। अपना सामान वापस पाकर महिला प्रोफ़ेसर प्रतिवाल कटियार ने सभी को धन्यवाद के लिए शब्दों का पिटारा खोल दिया। उनका कहना था कि अगर ऐसे सच्चे ईमानदार लोग सभी जगह हो तो कहीं भी अपराधी नहीं होगा और रेलवे यात्रियों का सफ़र भी सुरक्षित होगा। महिला रेलयात्री ने सामान वापस करने वाले सभी लोगो को सरकार और विभाग से मांग की है कि उन्हें उनके इन कार्यो के लिए सम्मानित करे।