आगरा में कोल्ड स्टोर मालिक के इकलौते बेटे की हत्या कर आरोपियों ने उसके शव को पीपीई किट में रखकर यमुना किनारे जलाने की कोशिश की। परिजनों के थाने में शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने जब इस मामले की छानबीन की तो सफलता प्राप्त करते हुए पुलिस ने सचिन के पांच दोस्तों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार दो करोड़ की फिरौती के लिए इन लोगों ने सचिन की हत्या की थी।
आपको बता दें दयालबाग निवासी सुरेश चौहान जोकि कोल्ड के मालिक हैं, उनका बेटा सचिन 21 जून को करीब 3 बजे घर से निकला था जिसके बाद से वह घर पर लौट कर नहीं आया। घर वालों ने जब अपने बेटे की छानबीन के लिए दोस्तों को फोन किया तो उन्होंने सही से जवाब नहीं दिया जिसके बाद शक होने पर परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल ही मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज किया और युवक की तलाश में जुट गई। इसके बाद पुलिस ने घर के आसपास के तमाम सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग को चेक किया जिसमें सचिन नगला बघेल की तरफ जाता हुआ दिखाई दे रहा था।
वहीं सुरेश चौहान ने बताया कि उनके मोबाइल पर 21 जून की रात 11:30 बजे सचिन के मोबाइल से कॉल आई थी मगर वह उसे उठा नहीं पाए थे। फिर रात 12:00 बजे उनकी पत्नी ने बेटे के मोबाइल पर कॉल की तो किसी अज्ञात व्यक्ति ने कॉल उठाया और उसने बताया कि सचिन इस समय बात करने की स्थिति में नहीं है और नोएडा में है। जबकि उसके नंबर की लोकेशन पुलिस के द्वारा इटावा की आ रही थी।
जिले के एसएसपी मुनिराज जी ने युवक की जानकारी के लिए एसटीएफ और पुलिस की टीम को लगा दिया जिसमें सफलता प्राप्त करते हुए टीम ने 5 युवकों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया और रात भर उनसे पूछताछ की। जिसमें पता चला के इन आरोपियों (हैप्पी खन्ना, सुमित आसवानी, मनोज बंसल, रिंकू और हर्ष) ने सचिन की हत्या दो करोड़ रुपए की फिरौती के लिए की थी। इस मामले में आरोपी सुमित असवानी ने बताया कि सचिन ने उससे ₹40 लाख रुपये उधार लिए थे। हर्ष चौहान और सौरभ जो कि सचिन के पिता सुरेश चौहान के बिजनेस पार्टनर है, दोनों ने उसे सचिन का अपहरण कर उसके पिता से ₹2 करोड़ रुपए वसूल कर उधारी का पैसा देने का वादा किया था, इसी के चलते उसने अपने बाकी दोस्तों का साथ दिया।
एसएसपी ने बताया कि इन लोगों ने सचिन को घर से बुलाया था और बुलाकर न्यू आगरा स्थित एक पानी के प्लांट पर पहले साथ में बैठकर दारू पार्टी की। उसके बाद सचिन का एक पॉलिथीन से मुंह बंद कर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद इन लोगों ने एक लोकल मेडिकल शॉप से पीपीई किट खरीदी और सचिन के शव को भी उसमें बंद कर लिया। जिसके बाद यह लोग बलकेश्वर यमुना घाट पर गए जहां उन्होंने कोरोना मरीज बता कर सचिन के शव को जलाने की कोशिश की। यह लोग सचिन की हत्या के बाद उनके घर वालों से दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगने की फिराक में थे लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने इन सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और जेल भेजने की कार्रवाई में जुट गए हैं।