आगरा। आज मंगलवार की सुबह कोरोना पॉजिटिव के 10 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद आगरा में कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 398 पहुंच गई है। नए आए अधिकतर मामले ऐसे हैं जो कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों से जुड़े हैं और उन्हें पहले ही क्वॉरेंटाइन किया हुआ है। लगातार बढ़ते आंकड़े को लेकर कहा जा सकता है कि जिला प्रशासन और आगरा डीएम के सभी दावे और प्रयास फेल होते हुए नजर आ रहे हैं। शहर में लगातार कोरोना के बढ़ते आंकड़े अब शहरवासियों को डराने लगे हैं।
बीते दिन कोरोना संक्रमित के 16 मामले सामने आए थे। देखा जाए तो सोमवार सुबह से लेकर आज मंगलवार की सुबह तक पिछले 24 घंटे में कोरोना पॉजिटिव के 36 मामले सामने आ चुके हैं। यानी साफ है कि आगरा में कोरोना पर लगाम नहीं लग पा रहा है। आगरा डीएम पीएन सिंह हॉटस्पॉट इलाकों से मैसिव सेंपलिंग लेने की बात तो करते हैं लेकिन धरातल पर यह कहीं दिखाई नहीं देता। वहीं पिछले दो-चार दिनों से क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदहाल व्यवस्था और मरीजों के इलाज में बरती जा रही लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं।
बीते दिन आये कोरोना संक्रमित के मामलों की रिपोर्ट में अर्जुन नगर निवासी एक वरिष्ठ पत्रकार में कोरोना की पुष्टि हुई है। वह प्रतिष्ठित अख़बार में कार्यरत हैं। वहीं पुलिस लाइन में एक महिला सिपाही फॉलोअर की भी कोरोना पॉज़िटिव होने की पुष्टि हुई है जिससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि यह महिला सिपाही मैस में तैनात कोरोना संक्रमित सिपाही के साथ मैस में खाना बनाने का काम करती थी।
सिकंदरा थोक सब्जी मंडी के आढती में कोरोना की पुष्टि हुई थी, अब उनके 40 साल के बेटे में भी कोरोना की पुष्टि हुई है, ये नरायच के रहने वाले हैं। थाना छत्ता क्षेत्र निवासी 38 साल के मरीज की एक हॉस्पिटल में डायलिसिस चल रही थी, उन्होंने 23 अप्रैल को डायलिसिस कराई थी, उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। वहीं एसएन में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। यह एसएन मेडिकल कॉलेज में सफाई कर्मचारी है। इसके अलावा बोदला निवासी एक 40 वर्षीय युवक में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। खांसी-सर्दी होने की शिकायत पर इस युवक की कोविड-19 की जांच की गई थी।