मथुरा। किशोरी के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले तीन सगे भाइयो में से एक भाई पुलिस की गिरफ्तारी के डर से फांसी लगाकर की खुदकुशी का प्रयास किया था। जिसे गंभीर अवस्था में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उपचार के दौरान आरोपी युवक हरिओम की मौत हो गयी। हरिओम की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा काटा और और लड़की पक्ष पर बेहरहमी से पीटने से उसकी मौत होने का आरोप लगाया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम गृह भेज दिया है।
घटना थाना गोविंदनगर के राधेश्याम कालोनी की है। पड़ोस में रहने वाली 13 साल की किशोरी से तीन सगे भाइयों ने अपने एक साथी के साथ गैंगरेप किया। किशोरी की हालत बिगड़ने पर तीनों भाई किशोरी को घर में बंद कर अपनी मां को लेकर फरार हो गए।
पूरी रात लड़की की तलाश करने पर किशोरी का पिता पड़ोस में गया तो खिड़की से अपनी बेटी को देख हैरान रह गया। फ़ौरन दरवाजा तोड़कर बेटी को निकाला और गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने किशोरी का डाक्टरी परीक्षण कराया है। जिसमे गैंगरेप की पुष्टी हुई।
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी डूडा के मकान में तीन साल से किराए पर मां के साथ रह रहे थे। जो थाना हाइवे के गांव देवी पुरा के रहने बाले है। शनिवार को सुबह मां काम के लिए बाहर निकल गई तो तीनों भाइयों ने पड़ोस की 13 साल की किशोरी को अगवा करके घर ले आए। सगे भाइयों हरिओम, विपिन, सुनील ने किशोरी से गैंगरेप किया। हालत बिगड़ने पर तीनों भाई किशोरी को बंद करके मां को रास्ते में से लेकर फरार हो गए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक आरोपी हरिओम ने पुलिस के डर से रात में अपने घर मे फाँसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। जिसकी हालत बिगड़ी देख परिजनो ने आनन फानन में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गईं।