आगरा। ‘धरती मां है और कोई मां का शोषण नहीं करता’। बस यही समझाने के लिए जनजागृति अभियान के तहत आगरा में शनिवार को शहर के तमाम संगठन एक मंच पर आए। पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण का नारा बुलंद किया। खुले वातावरण में पेड़ के नीचे चर्चा हुई।
फाॅग्सी, नाइन मूवमेंट, स्मृति, क्लब 35 प्लस, एओजीएस, गुरमेट क्लब, आॅक्सी 99 रोटरी क्लब आॅफ ताज सिटी, ग्रेंडपा क्लब आदि संस्थाओं ने मिलकर शनिवार को पर्यावरण संरक्षण एवं महिला सशक्तिकरण वाॅक की। वाॅक सुबह 6 बजे होटल रेडिसन से कलाकृति तक निकाली गई। इस वाक में विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ-साथ शहर व देश के विभिन्न हिस्सों से आए चिकित्सक व आम शहरवासी शामिल हुए।
इस रैली में शामिल हुए लोग पर्यावरण का करो सम्मान, सुरक्षित होगी सबकी जान, देश को बनाना है महान तो पर्यावरण का रखो ध्यान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, हर महिला है दुर्गा का रूप, यह बदलेगी देश का स्वरूप, आदि पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण के स्लोगन लिखीं तख्तियां हाथ में लेकर चल रहे थे। वाॅक के बाद खुले वातावरण में पेड़ों के नीचे चर्चा हुई जिसमें लोगों को पाॅलिथिन का उपयोग बंद करने के लिए प्रेरित किया गया। महिलाओं को पर्यावरण संरक्षण एवं प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराने के साथ ही इसका बहिष्कार करने का अनुरोध किया गया। डाॅक्टरों ने पर्यावरण और महिला सशक्तिरण का संबंध समझाते हुए प्रदूषण से स्वास्थ्य को हो रहे नुकसान पर जानकारी दी।
फाॅग्सी की अध्यक्ष डा. जयदीप मल्होत्रा ने कहा कि आज इस वाॅक का विषय ‘एनवायरमेंट एंड वूमेन एम्पावरमेंट’ लोगों के बीच पर्यावरण नारीवाद को लाने के लिए रखा गया है। स्मृति संस्था के अध्यक्ष डा. नरेंद्र मल्होत्रा और फाॅग्सी की संयुक्त सचिव डा. निहारिका मल्होत्रा ने कहा कि हम इस धरती को मां कहते हैं, इतना ही बहुत होता है यह समझने के लिए प्रकृति महिलाओं के कितनी करीब है।
गुरमेट क्लब कीं रेनुका डंग ने कहा कि महिलाओं की स्वयं की प्रकृति चाहे वह संतान को जन्म देना हो, खूबसूरती हो उन्हें प्रकृति से जोडती है। इसलिए महिला और पुरूष दोनों को ही सुंदर भविष्य के लिए पर्यावरण का ख्याल रखना है।