आगरा। विश्वदाय स्मारक ताजमहल और उसके आसपास के दो किलोमीटर के इलाके को गंदगी मुक्त रखने की जिन कर्मचारियों की जिम्मेदारी थी अब उन कर्मचारियों ने ही अपनी कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिसंबर 2018 से वेतन मिलने के कारण इन सफाई कर्मचारियों ने ताजमहल और उसके आसपास की सफाई व्यवस्था को पूरी तरह से ठप कर दिया और कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया। सफाई कर्मचारियों के प्रदर्शन के कारण ताजमहल और उसके आसपास सफाई नही हुई जिससे जगह जगह कूड़े के ढेर नजर आए।
ताजमहल को देखने के लिए प्रतिदिन लाखो देशी व विदेशी पर्यटक ताजमहल आते हैं लेकिन जगह जगह गंदगी के ढेर देखकर अपनी नाराजगी जाहिर करते थे और विदेशों में देश की छवि धूमिल होती थी। इस इलाके की साफ सफाई दुरुस्त रहे इसके लिए नगर निगम ने भारतीय विकास ग्रुप कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट कर सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी कंपनी को दी।
इस कंपनी में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों ने बताया कि पिछले 8 महीनों से वेतन नही दिया है जिससे सभी सफाई कर्मचारी आर्थिक संकट से जूझ रहे है। वेतन की मांग को लेकर आज सुबह से ही करीब 163 कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी जिससे सफाई व्यवस्था ठप हो गई।
हड़ताल की सूचना मिलते ही मौके पर बीवीजी कम्पनी के वरिष्ठ प्रबधक महेन्द्र प्रताप पहुँच गए। उन्होंने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों को लगातार भुगतान करने के लिए पत्र लिखा है लेकिन निगम अधिकारी भुगतान नहीं कर रहे है। कम्पनी का नगर निगम पर करीब 1 करोड़ 56 लाख बकाया चल रहा है। भुगतान न होने के कारण कर्मचारियों को वेतन नही मिल पा रहा है और कंपनी को खुद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।