आगरा में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के डेरे और तंबू में रह रहे लोगों की जांच जिला प्रशासन आगरा में में शुरू करा दी है। बताते चलें कि ताजनगरी आगरा के सदर, सिकंदरा एत्माद्दौला सहित अन्य थाना क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में रोहिंग्या और बांग्लादेशी डेरे और तंबू लगाकर रह रहे हैं। खुफिया एजेंसी को मिली सूचना के आधार पर जिला प्रशासन आगरा और आगरा पुलिस हरकत में आ गई है। हरकत में आने के बाद जिला प्रशासन आगरा के निर्देश पर पुलिस की खुफिया एजेंसी और जिला प्रशासन के मजिस्ट्रेट ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
मामला सोमवार की रात का है। जब एटीएस के आईजी असीम अरुण के स्पेशल ऑपरेशन में रक्षा विभाग के इंजीनियर का पाकिस्तानी टच सामने आया था। इस हरकत के बाद में आगरा की खुफिया एजेंसी को भी कुछ सूचना मिली थी। खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के आधार पर अब जिला प्रशासन आगरा के निर्देश पर एलआईयू ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या के डेरे और तंबू में डेरा डाल दिया है।
एडीएम सिटी के पी सिंह का कहना है कि आगरा के सदर एत्माद्दौला सिकंदरा व अन्य थाना क्षेत्र में जहां-जहां रोहिंग्या और बांग्लादेशी रह रहे हैं। जिला प्रशासन आगरा और पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर उनसे जानकारी जुटा रही हैं। पूछताछ कर रही हैं और उनके पास मौजूद कागजात और प्रमाण पत्रों को भी जांच में शामिल किया जा रहा है।
इससे पहले की अगर हम बात करें तो ताज नगरी आगरा में एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के टेढ़ी बगिया पर रहने वाली एक बांग्लादेशी महिला आगरा में नकली नोटों का कारोबार चलाती थी। वहीं सदर थाना क्षेत्र के देवरी रोड इलाके में बड़ी संख्या में बांग्लादेशियों का धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया था। जिला प्रशासन ने उन पर कार्यवाही तो की थी मगर मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया था। अब दोबारा से आगरा की खुफिया एजेंसी को इनपुट मिलने के बाद जिला प्रशासन आगरा एलर्ट मोड पर है। सिविल पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं और डेरे और तंबू में रहने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की भूमिका को भी तलाशा जा रहा है।