आगरा। गांव बंद आंदोलन के चलते आगरा जिले के किसान भी अब इस आंदोलन में 6 जून से शामिल होने जा रहे हैं। 6 जून से आगरा जिले के किसान भी बाजारों में ना सब्जियां देंगे और ना ही दूध का वितरण किया जाएगा। किसानों के इस आंदोलन को शिवसेना ने अपना पूरा समर्थन दिया है। शिवसेना के कार्यकर्ता भी 6 जून से गांव की मुख्य सड़कें जो शहर से जुड़ती हैं उन पर ग्रामीणों के साथ खड़े हुए नजर आएंगे। जिसकी जानकारी एक प्रेस वार्ता के दौरान शिवसेना के जिला प्रमुख वीनूू लवानिया ने पत्रकारों को दी।
उनका कहना था कि किसान अपनी मर्जी से यह आंदोलन नहीं कर रहे बल्कि आंदोलन करने की उनकी मजबूरी है। किसान जो इस देश का अन्नदाता है उसको उसकी फसल का सही दाम नहीं मिल रहा। जिसके कारण किसानों की स्थिति दयनीय हो गई है तो बहुत से किसानों ने आत्महत्या कर ली है। किसानों के इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए शिवसेना ने आगरा जिले को 4 जोन में विभाजित किया है। इन 4 जोन पर शिवसेना के कार्यकर्ता किसानों के साथ खड़े हुए नजर आएंगे। जो भी किसान इन मार्गों से शहर में सब्जी बेचने और दूध वितरण के लिए लाएगा उसकी सब्जी छीन ली जाएगी और दूध फैला दिया जाएगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान शिवसेना जिला प्रमुख ने केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला। उनका कहना था कि मोदी सरकार को केंद्र की सत्ता संभाले हुए 4 साल हो गए हैं लेकिन इन 4 सालों में किसानों के लिए सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया है। इसी मजबूरी के चलते अब किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। जिससे देश के अन्नदाता की मजबूरी और समस्याओं को भी पूरा देश जान सके।