आगरा। तेजाब पीड़िताओं को पहचान दिलाने के लिए बने शीरोज हैंगआउट कैफे पर अतिक्रमण के बादल मण्डरा रहे हैं।इसके कारण यहां काम करने वाली तेजाब पीड़िताएं काफी दहशत में हैं। अभी आधा कैफे अतिक्रमण की भेंट चढ़ गया है और आधे पर कार्यवाही की तलवार अटकी है। शीरोज़ हैंगआउट की मेम्बर रूपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने कैफे आने का निमंत्रण दिया है और उनसे मदद की अपील की है।
बता दें कि एसिड पीड़ित रूपा कैफे की शुरुआत से यहां है और राष्ट्रपति से संस्था का पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकी है। उस दौरान रूपा की पीएम मोदी से मुलाकात भी हो चुकी है। रूपा ने मीडिया से अपील की है कि उसकी आवाज को पीएम तक पहुंचा दें क्योंकि उसे विश्वास है कि पीएम मोदी को अगर जानकारी हो गयी तो वो उनकी मदद जरूर करेंगे।
बीते 11 जुलाई को यहां सिक्स लेन निर्माण को लेकर पीडब्ल्यू डी ने अतिक्रमण चलाकर आधा हिस्सा तोड़ दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उक्त प्रकरण पर ट्वीट कर सरकार की निंदा की थी और आगरा आकर शीरोज कैफे में पीड़िताओं से मिलकर उन्हें अपनी सरकार में मदद का आश्वासन भी दिया था।
पीएम को भेजे पत्र में रूपा ने लिखा है कि हम तेजाब पीड़िताएं पहले घर मे चुप कर रहती थी और लोग हमसे घृणा करते थे और हमारी बेइज्जती करते थे। हम कोई काम नहीं मिलता था लेकिन छांव फाउंडेशन के साथ जबसे हमने यह कैफे शुरू किया, हम सर उठा कर जीते हैं और हमने विदेशों तक देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने पीएम को आगरा आने का न्योता भी दिया है। वर्तमान में कैफे के टूटने के डर से सभी यहां काम कर रही सभी आठ तेजाब पीड़िताओं की नींद उड़ी हुई है। उन्हें डर है कि वो कहीं फिर से अंधेरी जिंदगी में न पहुंच जाए। यहां विदेशी भी आकर डोनेशन दे रहे हैं और कैफे को दोबारा खड़ा करने में मदद कर रहे हैं।
यह है इतिहास
आगरा, लखनऊ और ऊदयपुर में एसिड अटैक फाइटर्स के द्वारा चलाए जाने वाले कैफे शीरोज हैंगआउट की श्रृंखला की शुरूआत आगरा से हुई थी। आगरा की सर्वाइवर मां–बेटी की मदद के लिये ‘छांव फाउंडेशन’ एक दुकान खोलना चाहता था। लेकिन जब छांव की टीम ने संपर्क किया तो काफी सर्वाइवर्स उनके साथ जुड़ीं। इसको शुरू करने का आइडिया था लक्ष्मी का। जो खुद एसिड अटैक की शिकार हैं और एसिड अटैक की शिकार महिलाओं के हक के लिये कई लड़ाई लड़ चुकी हैं। लक्ष्मी अपनी संस्था छांव फाउंडेशन के जरिये ऐसी ही एसिड पीड़ित लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी हैं। इसके बाद उन्होंने दुकान की जगह एक ऐसी जगह की कल्पना कि जहां लगभग सात–आठ सर्वाइवर्स एक साथ काम कर सकें।
10 दिसंबर 2014 को आगरा से शुरू हुए कैफे को आज पूरी दुनिया के लोग पहचानते हैं और यहां काम कर रही एसिड अटैक फाइटर्स से मिलने आते हैं। इस कैफे की सबसे खास बात है कि यहां किसी भी खाने–पीने की चीज का कोई दाम नहीं है, आप जो चाहें दाम दे सकते हैं। शीरोज हैंगआउट के ‘पे एज यू विश’ माॅडल को भी लोग काफी पसंद करते हैं।
यह हस्तियां आ चुकी हैं यहां
कैफे शीरोज हैंगआउट के गेस्ट्स में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लेकर हाॅलीवुड अभिनेता जैसन आइजैक्स तक शामिल हैं। अखिलेश यादव ने आगरा शीरोज हैंगआउट के माॅडल को समझ कर ही संस्था की लखनऊ कैफे खोलने में मदद की। इनके अलावा कैफे के गेस्ट्स में गायिका सोना मोहापात्रा, अभिनेत्री कल्कि कोचलीन, मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन जेमी ली फाॅकनर, निदेशक ओमंग कुमार, अभिनेता राजकुमार राव और सांसद डिंपल यादव जैसे लोग शामिल हैं। सिलिकाॅन वैली से फेसबुक की ग्लोबल टीम भी इस कैफे का दौरा कर शीरोज की तारीफ कर चुकी है।