आगरा। 2 अप्रैल को sc/st एक्ट में सुप्रीम कोर्ट की ओर से आये निर्णय के विरोध में भारत बंद का आवाहन कर दलित समाज ने जो हिंसक प्रदर्शन कर अन्य समाज के लोगो के साथ मारपीट और लूटपाट की। उसके विरोध में अब सवर्ण और ओ बी सी समाज भी उतार आया है। सांसद बाबूलाल चौधरी के पुत्र रामेश्वर के नेतृवत में यह बैठक महाराजा अग्रसेन में होनी थी ।लेकिन प्रशासन ने स्थिति को भाप कर यह बैठक उक्त स्थान पर नहीं होने दी। आनन फानन में यह बैठक समृति भवन में हुई और 9 अप्रैल तक हिंसा फ़ैलाने वाले लोगो और इनको शह देने वाले दलित नेता गिरफ्तार नहीं हुए तो 10 अप्रैल को सवर्ण और ओ बी सी समाज भी सड़को पर होंगा।
बैठक में वक्ताओं का कहना था कि शांति से होने वाले विरोध को दलित समाज ने हिंसक बनाया। आगरा की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने भारी उत्पात मचाया था,जिसमें लूटपाट,आगजनी,मारपीट की गई थी। दलित समाज के इस तांडव से अन्य समाज के लोगों में भय व्याप्त हो गया है।
सवर्ण और ओबीसी समाज के नेताओ का कहना था कि इस हिंसक प्रदर्शन के पीछे सोची समझी साजिश है। इस प्रदर्शन के पीछे बड़े दलित नेताओं का हाथ है,उन्होंने ही इसका आवाहन एवम फंडिंग की और उन्हें उकसाया। उनके खिलाफ भी मुकद्दमा दर्ज कर ,उत्पातियों के साथ जेल भेजना चाहिए। ताकि भविष्य में ऐसे असामाजिक तत्व समाज में शांति भंग नहीं कर सके।