आगरा। 5 अक्टूबर को होने वाले सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले बुधवार को होटल रेडिसन में सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, सपा के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव, राज्यसभा सांसद जया बच्चन, राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल, सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन के साथ सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में सबसे पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हुआ। सभी ने सर्वसम्मति से अखिलेश यादव को पार्टी का अध्यक्ष चुना गया जिसके बाद पार्टी की आगे की राजनीतिक रणनीति और आर्थिक प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई।
इस बैठक मे जिन बिंदुओ पर चर्चा हुई है उन्हें पार्टी के 10 बे राष्ट्रीय अधिवेशन में भी शामिल किया जाएगा इस दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं से आबाह्ण करते हुए अपने अपने क्षेत्र और प्रदेशों में संघर्ष करने की बात कही। इसके बाद अखिलेश यादव ने प्रैसवार्ता की और देश की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव का कहना था कि जीएसटी और नोटबंदी के बाद यहां हर तबका परेशान है तो वही व्यापार पूरी तरह चौपट हो गया है। इस सरकार में न किसान की सुनवाई हो रही है न नौजवान को किसी भी तरह का रोजगार मिला है। प्रदेश व् देश में किसी भी तरह का विकास दिखाई नहीं देता जबकि प्रदेश में सपा की सरकार में सिर्फ विकास ही हुआ. उत्तर प्रदर्श सरकार ने गरीबो की पेशन रोक दी तो ताजमहल को प्रदेश की पर्यटन सूची में किसी तरह की जगह नहीं मिली जबकि ताजमहल से ही प्रदेश व् देश की पहचान है।