आगरा। चूल्हा जलाने को लेकर दो पड़ोसियों के बीच हुआ विवाद ताबड़तोड़ फायरिंग में बदल गया। दो पक्षों के मध्य के इस विवाद में बीच बचाव को आए एक युवक को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। मामला अछनेरा थाना क्षेत्र का है। मंगलवार सुबह हुई इस वारदात से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इस दौरान क्षेत्रीय लोगों का आक्रोश पुलिस पर भी भड़क गया क्योंकि 60 मीटर की दूरी को पुलिस ने दो घण्टे में तय किया। आरोपित युवक अंधाधुंध फायरिंग करता रहा।
थाना अछनेरा में 35 वर्षीय मोरध्वज पुत्र कोमल सिंह अपने घर पर ही अमेरिकन इंग्लिश स्पीकिंग कोचिंग क्लास चलाता है। सोमवार रात पड़ोस में रहने वाले 65 वर्षीय मास्टर शिव सिंह मूल निवासी कचौरा से विवाद हो गया। विवाद की वजह शिव सिंह के घर पर ईधन से जलने वाला चूल्हा था। मोरध्वज का कहना था कि चूल्हा से उठने वाला धुंआ उसकी कोचिंग क्लास में आता है जिससे बच्चों को पड़ने में दिक्कत होती है। कोचिंग संचालक ने ईंधन जलाने को मना किया। रात का यह विवाद मंगलवार की सुबह भी जारी रहा। शिव सिंह की पुत्रवधू पूजा चूल्हा जला रही थी। धुंआ फिर उठा तो मोरध्वज अपनी बंदूक लेकर शिव सिंह के घर में घुस आया और पूजा पर बंदूक तान दी। डर के मारे पूजा नीचे बैठ गई। मोरध्वज की इस हरकत के चलते शिव सिंह के परिवार में चीख पुकार मच गई। चीख पुकार सुनकर पड़ोस में स्थित बिल्डिंग मटेरियल की दुकान का ट्रैक्टर चालक बंटू पुत्र राजवीर निवासी कचौरा बीच बचाव में आ गया। मोरध्वज ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसके कारण एक गोली बंटू के पेट में लग गई।
घटना की जानकारी लोगों ने थाना अछनेरा में दी। सुबह सात बजे की इस वारदात की सूचना के करीब दो घंटे बाद सर्कल में आने वाले पांच थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। दो घंटे तक आरोपित ताबड़तोड़ फायरिंग करता रहा। करीब पांच-छह राउंड फायरिंग में एक दर्जन से अधिक गोलियां चलीं। सूचना से दो घंटे देर से पहुंची पुलिस पर भी आरोपित ने फायरिंग कर दी। दो राउंड फायरिंग करते हुए आरोपित अपने घर के कमरे में बंद हो गया। एक आरोपित को पकड़ने के लिए पांच थानों का फोर्स भी कम पड़ रहा था। एसपी देहात अखिलेश नारायण भी मौके पर पहुंच गए। आरोपित द्वारा फायरिंग न रोकने पर पुलिस बल को अश्रु गैस छोड़नी पड़ी तब जाकर आरोपित हिरासत में आया। मौके पर एसओजी आगरा, फ्लैग कमांडो और डॉग स्क्वॉयड बुला लिये गए थे।
घटनास्थल से कोतवाली अछनेरा महज 60 मीटर की दूरी पर ही है, बावजूद इसके पुलिस फोर्स को मौके पर पहुंचने में दो घँटे का समय लग गया। एक तरफ आरोपित फायरिंग कर रहा था तो दूसरी ओर सड़क पर गोली से घायल बंटू तड़प रहा था। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची तब तक बंटू के शरीर से काफी खून बहने के कारण मौत हो चुकी थी। मृतक के गांव कचौरा में बंटू की मौत की सूचना जैसे ही मिली ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और आरोपित की गिरफ्तारी न होते देख पथराव शुरू कर दिया।
बंटू की हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगाकर पथराव किया। पुलिस ने चारों ओर जिला बंद करने के बावजूद भी काफी मशक्कत के बाद आरोपी कोचिंग संचालक को हिरासत में लिया और उसे आक्रोशित भीड़ से बचाते हुए थाने ले गए जहां पर कानूनी कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया गया।