Home » पीएम मोदी की मथुरा रैली में किसानों के इस एलान से बढ़ सकती हैं मुश्किलें

पीएम मोदी की मथुरा रैली में किसानों के इस एलान से बढ़ सकती हैं मुश्किलें

by admin

आगरा। इनर रिंग रोड निर्माण में हुए घोटाले की जांच की मांग को लेकर किसानों ने कलेक्ट्रेट पर उग्र प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान कई किसान बेहोश भी हो गए और उनकी स्थिति खराब हो गई जिन्हें तुरंत इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इससे पहले सभी किसानों ने मिलकर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और इस मामले में उचित कार्रवाई ना होने पर मथुरा में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में आत्मदाह करने का एलान कर दिया। किसानों के इस ऐलान से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और मुश्किलें भी बढ़ गयी।

लगभग 3 साल से गुतिला में इनर रिंग रोड और लैंड पार्सल में हुए घोटाले के खिलाफ किसान धरना दे रहे हैं। रोहता से लेकर छलेसर तक 16 गांव की जमीन इनर रिंग रोड और लैंड पार्सल के लिए 2009-10 में अधिग्रहण की गई थी। 2011 में किसानों का नाम जमीन से काटकर एडीए व जिला प्रशासन ने अपने नाम कर लिया और 2014-15 में भूमाफिया अपने परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर बैनामा करा दिया। भूमि अधिग्रहण के नाम पर किसानों को केवल ₹648 के हिसाब से मुआवजा दिया गया जबकि एडीए और प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों को 1902 रुपए वर्ग मीटर के हिसाब से मुआवजा दिलवाया। उसमें भी स्टांप चोरी की गई।

काफी समय से इस मामले जिला प्रशासन की ओर से लटकाया जा रहा था जिससे आक्रोशित होकर किसानों ने सोमवार घुटनों के बल चलते और सड़क पर लेटते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे। इस प्रदर्शन से किसानों की तबियत बिगड़ गई। एक साथ आधा दर्जन से अधिक किसानों की तबीयत बिगड़ने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी ने तुरंत एडीएम सिटी को एंबुलेंस भुलवा कर सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराने के निर्देश दिए। एडीएम सिटी ने तुरंत सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें दो की हालत गंभीर है।

भले ही किसान अस्पताल में भर्ती हो लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि जिला मुख्यालय पर जो उन्होंने आत्मदाह का ऐलान किया है वह उस पर अड़िग हैं।

Related Articles

Leave a Comment