आगरा। फूलपुर और गोरखपुर सीट पर भले ही कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत हासिल नहीं हुई हो लेकिन सपा की जीत पर भी कांग्रेसी उत्साहित ही नजर आ रहे हैं। उनका कहना था कि आखिरकार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की सीट पर सपा और बसपा के गठबंधन का कहर टूट पड़ा है और इस कहर के कारण ही भाजपा को पटख़नी मिली है।
भाजपा के लिए यह सीट सबसे महत्वपूर्ण थी क्योंकि गोरखपुर सीट प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से खाली हुई थी तो दूसरी सीट उपमुख्यमंत्री की थी। इन दोनों सीटों पर सपा ने जीत हासिल कर भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
कांग्रेसियों का कहना है कि गोरखपुर सीट पर भाजपा की हार केवल उन मासूमों की बद्दुआ है जिन्होंने ऑक्सीजन न मिलने के कारण अस्पतालों में दम तोड़ दिया था तो वहीं फूलपुर सीट पर जीत हासिल करके सपा ने उपमुख्यमंत्री के उस बयान को उन्हीं पर पलटवार कर दिया है। बता दें कि उप मुख्यमंत्री ने चुनाव परिणाम से 2 दिन पहले बयान दिया था कि दोनों सीटों पर भाजपा के पक्ष में ऐसे परिणाम आएंगे कि विरोधियों को अपने पास एक चिकित्सक को 24 घंटे रखना पड़ेगा।
फिलहाल कांग्रेसियों का कहना है कि अब भाजपा के राजनीतिक पतन की शुरुआत हो चुकी है। इसका सही अंजाम 2019 और 2022 में पूरी तरह से देखने को मिलेगा।