आगरा जनपद के थाना खेड़ा राठौर क्षेत्र के अंतर्गत गांव सांमरमऊ में ग्रह कलेश के चलते एक युवक ने आत्महत्या को बंद पड़े कुएं में छलांग लगा दी। रस्सी के सहारे युवक को बचाने गए युवक की रस्सी टूट गई और वह नीचे कुएं में गिर पड़ा। इसके बाद रस्सी के सहारे नीचे गिरे दोनों युवकों को निकालने गया तीसरा युवक जहरीली गैस के कारण हुआ बेहोश गया जिसे तत्काल ग्रामीणों ने बाहर निकाला। पुलिस एवं फायर बिग्रेड की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कुएं में गिरे दोनों युवकों को निकालने का प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार राजीव पुत्र श्याम बिहारी उम्र करीब 27 वर्ष निवासी सांमर मऊ थाना खेड़ा राठौर ने गुरुवार की शाम को ग्रह कलेश के चलते वर्षों से बंद पड़े हुए में आत्महत्या को छलांग लगा दी। जिससे परिजनों एवं ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। तत्काल ग्रामीण एकत्रित हो गए, रस्सी लाकर कुएं में कूदे युवक राजीव को बचाने के लिए पास के ही गांव प्रथम पुरा निवासी मित्र राजेश पुत्र कदम सिंह उम्र करीब 30 वर्ष को रस्सी के सहारे कुएं में घुसा में उतारा लेकिन कुएं में घुसने के दौरान अचानक रस्सी टूट गई और युवक नीचे गिर गया। रस्सी टूटने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।
तत्काल अन्य रस्सी से कुएं में गिरे दोनों युवकों को बाहर निकालने के लिए राजेश का भतीजा नरेश पुत्र मोतीलाल कुएं में घुसा, तभी नीचे पहुंचने पर उसकी अचानक जहरीली गैस के कारण उसकी हालत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गया। ग्रामीणों ने रस्सी के सहारे उसे तत्काल बाहर खींच लिया। घटना को लेकर ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। मौके पर पहुंची थाना खेड़ा राठौर पुलिस ने फायर बिग्रेड टीम को मौके पर बुलाया। जहां कुएं में जहरीली गैस होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन करने के लिए पूरे में कोई टीम का सदस्य नहीं उतरा। पुलिस एवं फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा रस्सी कांटा डालकर युवकों को कुएं से बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। काफी समय बीत जाने के बावजूद कुएं में गिरे दोनों युवकों को देर रात तक पूरे से बाहर नहीं निकाला जा सका।
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
सांमर मऊ गांव में कुएं में गिरे दो युवकों की घटना को लेकर पुलिस एवं फायर बिग्रेड टीम सूचना पर पहुंची जरूर मगर ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही यहां साफ देखने को मिली। कुएं में गिरे दोनों युवकों को निकालने के लिए किसी प्रकार का ठीक इंतजाम नहीं किया गया ताकि दोनों युवकों की जान जल्दी बचाई जा सके। फायर बिग्रेड की टीम द्वारा कांटा डालकर युवकों को कुंए से बाहर निकालने को प्रयास किया जा रहा था। कुए में जहरीली गैस खत्म करने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया। पूरे गांव में बिजली नहीं आने से अंधेरा छाया हुआ था, जिस पर ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया है।