आगरा। एक नाबालिग की जुबानी सुनकर शायद आपका भी दिल पसीज उठे। आगरा के जिला मुख्यालय स्थित एसएसपी कार्यालय पर पहुंचे एक नाबालिग बच्चे ने दिल दहला देने वाली कहानी सुनाई है। यह प्रकरण है आगरा के थाना शाहगंज क्षेत्र के नरीपुरा इलाके का। पुलिस अधिकारियों के सामने पेश होने वाले नाबालिग बच्चे का नाम पुलकित (बदला हुआ नाम) है। पुलकित ने जिस तरीके का प्रार्थना पत्र पुलिस अधिकारियों को दिया है। वह वाकई झकझोर देने वाला है।
नाबालिग पुलकित की उम्र तकरीबन 15 वर्ष है। नाबालिग बच्चे का आरोप है कि उसकी मां ने उसके परिवार और उसके पालन पोषण पर कभी ध्यान नहीं दिया। 15 साल की उम्र में पुलकित ने आज तक स्कूल की शक्ल नहीं देखी। पढ़ने लिखने की उम्र में पुलकित मजदूरी करके अपना पेट पालता है और मजदूरी से जो पैसे आते हैं उन पैसों को पिता छीनकर शराब पी जाता है। ऐसे में पुलकित अपने घर को छोड़कर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और पड़ोसियों के यहां रात गुजार रहा है।
पीड़ित पुलकित के प्रार्थना पत्र और आरोपों को सुनते ही पुलिस अधिकारियों का भी दिल पसीज उठा। एसएसपी आगरा सुधीर कुमार सिंह की अनुपस्थिति में एसपी प्रोटोकॉल शिवराम यादव ने तत्काल शाहगंज पुलिस को दिशा निर्देश जारी करने के साथ-साथ पीड़ित पुलकित को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक सामाजिक अपराध है। जिसे खत्म करने के लिए पुलिस के साथ-साथ समाज की भी बेहद आवश्यकता है। मगर जिस तरीके के आरोप एक नाबालिग ने अपने माता-पिता पर लगाए। इन आरोपों को सुनकर शायद इनकार नहीं किया जा सकता कि क्या ऐसे भी मां-बाप होते हैं या शायद इसी को कलियुग कहा जाता है।