परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पुलिस विभाग में शुरू किए गए परिवार नियोजन भत्ते को योगी सरकार ने बंद कर दिया है। इससे दो बच्चों के सीमित परिवार के पुलिसकर्मियों को प्रतिमाह 250 रुपये से लेकर 650 रुपये का नुकसान होगा। हालांकि अधिकांश पुलिसकर्मियों को इस प्रकार के भत्ते के मिलने और बंद होने की जानकारी नहीं है। बता दें कि इससे पहले भी सरकार पुलिसकर्मियों को मिलने वाले कई प्रकार के भत्तों को बंद कर चुकी है।
प्रदेश में पुलिसकर्मियों को कई प्रकार भत्ते प्रदान किए जाते हैं। इनमें परिवार नियोजन और सिटी एलाउंस, मूंछ भत्ता आदि शामिल था। हालांकि ये भत्ते धीरे-धीरे बंद होते जा रहे हैं। कोरोना काल में सरकार ने राज्यकर्मियों के कई प्रकार के भत्तों पर रोक लगा दी थी। हालांकि अब कोरोना की रफ्तार कम होने के बाद भत्तों को सुचारु किया जा रहा है। हालांकि योगी सरकार ने सीमित परिवार वाले पुलिसकर्मियों केा मिलने वाले परिवार नियोजन भत्ते को बंद करने का निर्णय लिया है। ऐसे में अब सीमित परिवार रखने वाले पुलिसकर्मियों को इस भत्ते का लाभ नहीं मिलेगा।
बता दें कि इससे पहले प्रदेश के पुलिसकर्मियों को मूंछ भत्ता भी मिलता था। इसमें मूंछें रखने वाले पुलिसकर्मी शामिल होते थे और मूंछों की देखभाल के लिए भत्ते के लिए आवेदन करने वाले पुलिसकर्मियों को यह भत्ता सरकार प्रदान करती थी। हालांकि समय के साथ पुलिस विभाग में मूंछों का क्रेज खत्म हो गया और सरकार ने भत्ते को बंद कर दिया। इसके अलावा कोरोना काल में सिटी एलाउंस भत्ता भी बंद कर दिया गया। इन भत्तों के बंद होने से पुलिसकर्मियों को 250 रुपये लेकर 750 रुपये का नुकसान हुआ।