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दिनदहाड़े महिला का हुआ अपहरण, आरोपी निकला पीड़िता की बेटी का दोस्त

by admin

Agra. एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े एक महिला का अपहरण हुआ। अपहरणकर्ता उसे कार में घुमाते रहे। महिला ने सूझ5 का परिचय दिया। बीमार होने का डर दिखाया और फिर मौका मिलते ही कार से फरार हो गई। अपने अपहरण का उसने शोर मचाना शुरू कर दिया तो आरोपी महिला को छोड़कर फरार हो गए। महिला ने अपनी आपबीती पुलिस को सुनाई। दिनदहाड़े अपहरण की घटना को लेकर पुलिस के भी होश उड़े। पुलिस एक्शन में आई और नाकाबंदी कर आरोपियों को धर दबोचा।

पुलिस की शिकायत पर एत्माद्दौला थाना पुलिस एक्शन में आई। सर्विलांस टीम की मदद से आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई। गुरुवार सुबह पुलिस को अपहरणकर्ताओं की लोकेशन मिल गई। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए पूरा जाल बिछाया। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के लिए दबिश दी तो आरोपियों ने फायरिंग कर दी। बचाव में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी इस घटना में एक अपहरणकर्ता के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया जिसे इलाज के लिए पुलिस ने एसएन में भर्ती कराया।

आरोपी निकला पीड़िता की बेटी का दोस्त

पुलिस ने जब आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने सब कुछ उगल दिया। इस पूरे अपहरण कांड का सरगना संजीव चौधरी था जिसने कुछ लोगों को हायर करके इस पूरे अपहरण कांड को अंजाम दिलवाया। पुलिस ने संजीव के साथ-साथ सोहेल और एक अन्य अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक अपहरण कांड का सरगना संजीव चौधरी पीड़िता की बेटी का ही दोस्त है जिसने इस कांड को अंजाम दिया है।

पीड़ित महिला ने बताया कि वह सिकंदरा थाना क्षेत्र में किराए पर रहती थी। पति जलकल विभाग में सरकारी नौकरी करते थे। बेटी पढ़ाई करती है। यहां रहकर वह किराए पर ई-रिक्शा भी चलवाती थी। पड़ोस में रहने वाला एक चौधरी भी उसका ई-रिक्शा चलाता था। इस वजह से उसका घर आना जाना था। इसी बीच उसके पति की आकस्मिक मौत हो गई और मृतक आश्रित पर नौकरी मिल गई। इस दौरान भी वह अपना ई-रिक्शा चलवाती रही। 20 मार्च को आफिस में काम करते वक्त मोबाइल पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि आपका ई-रिक्शा पलट गया है। चालक गंभीर रूप से घायल है। जल्दी आ जाओ।

तमंचा सटाकर गाड़ी में बैठा लिया

पीड़िता ने बताया कि इस सूचना पर वह हड़बड़ाहट में बाहर निकली। आफिस के गेट पर एक लाल रंग की गाड़ी खड़ी थी। मेरे बाहर आते ही एक युवक उतरा और कहा हमें पता है तुम्हें कहां जाना है। गाड़ी में बैठ जाओ। मैं मना कर पाती इससे पहले उसने तमंचा निकाला और मुझ पर सटा दिया। इस पर मैं डर गई और गाड़ी में बैठ गई।

पीड़िता ने बताया कि अपहरण करने के बाद उन्होंने रास्ते में कान के कुंडल और पैसे छीन लिए। इसके बाद बेटी को फोन किया। कहा कि तुंहारी मां मेरे कब्जे में है। 50 लाख रुपये तैयार रखो, नहीं तो इसकी हत्या कर देंगे। इसके बाद फोन काट दिया और घंटों गाड़ी पर ही घुमाते रहे। इस बीच वह कहते रहे कि अपने जान पहचान वाले ई-रिक्शा चालक से बात करो।

तबीयत बिगड़ी तो भागने का मिला रास्ता

पीड़िता के अनुसार इधर से उधर हाईवे पर घुमाने के दौरान रास्ते में मेरी तबीयत बिगड़ने लगी। इस पर उन्होंने मुझे पानी पिलाया। यहां गाड़ी रोककर बदमाश नीचे खड़े होकर पानी वगैरह पी रहे थे। इसी बीच मैं दूसरी तरफ से दरवाजा खोलकर गाड़ी के बाहर आ गई और भाग निकली। रास्ते में लोगों को अगवा करने की बात बताई और मदद मांगी। मेरे साथ कुछ लोग मौके की तरफ आए, लेकिन तब तक बदमाश भाग चुके थे।

एक अपहरणकर्ता अभी भी फरार

डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि इस पूरे अपहरण कांड में 3 लोगों की गिरफ्तारी तो हो गई है लेकिन एक अभियुक्त अभी भी फरार है जिसकी धरपकड़ के प्रयास चल रहे हैं। इस अपहरण कांड का सरगना संजीव चौधरी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसी ने बदमाशों को हायर किया था और उन्हें गाड़ी भी उपलब्ध कराई थी।

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