आगरा में योगी सरकार के नकल विहीन परीक्षा के सारे दावे फेल साबित हो रहे हैं। एक परीक्षा केंद्र पर सामूहिक नकल का मामला सामने आया तो शिक्षा विभाग के होश उड़ गए। मामला महात्मा कपिलदेव इंटर कालेज, अरहेरा (सेंटर कोड 1091) का है। जहां शाम को परीक्षा की सीडी जमा हुई तो देखने पर एक कक्ष में सामूहिक नकल का मामला पकड़ में आया।
इस सीडी में खुद कक्ष निरीक्षक परीक्षा के दौरान छात्रों को नकल की पर्चियां देता हुआ दिख रहा है। नकल के लिए परीक्षार्थी भी एक दूसरे की सीट पर जाकर प्रश्नों के उत्तर भी बता रहे हैं। सामूहिक नकल के इस वीडियो में एक परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिका में देखकर कुछ बताती भी है। कंट्रोल रूम में रिकार्डिंग देखे जाने के बाद कंट्रोल रूम प्रभारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को देने के लिए रिपोर्ट तैयार कर ली है।
इसमें केंद्र पर नकल कराए जाने की बात कही गई है। इस मामले के बाद जिले में नकल विहीन परीक्षा के सारे दावे फेल साबित हो रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ विनोद कुमार राय ने बताया कि अभी सीसीटीवी फुटेज देखी नहीं है। यदि कैमरे में नकल कैद हुई होगी तो केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ दर्ज कराई जाएगी। परीक्षा केंद्र को डिबार करने की संस्तुति की जाएगी।
आगरा में बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन करने के लिए 195 मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। 187 परीक्षा केन्द्रो में से 141 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट पूरे समय बैठकर परीक्षा करा रहे हैं। 34 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 13 जोनल मजिस्ट्रेट और सात सुपर जोनल मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। 32 केंद्रों की सूची एसटीएफ के पास भी है। इसके बाद भी सामूहिक नकल मिलना शिक्षा विभाग की नाकामी है।
हालाँकि इस मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक आगरा मंडल अरविंद पांडेय के मुताबिक उन्होने पूरी फीड देखी है। वहां नकल नहीं कराई जा रही थी। वो वीडियो में जो नकल की बात कही जा रही है, वो परीक्षा पत्र देने से पहले की हड़बड़ाहट है और हमने जो प्रिंसिपल रामवीर सिंह का निलंबन किया, उसको भी वापस ले रहे हैं।