मध्य प्रदेश पुलिस में विशेष सशस्त्र बल के एक जवान की जब मूछों पर बात आई तो उसने नौकरी को ठोकर मार दी। पुलिस के इस जवान ने मूछें कटवाने से नौकरी गवाना बेहतर समझा। हालांकि मामला जब मीडिया में उछला तो जिला प्रशासन को जवान के सामने झुकना पड़ा और जवान की मांग मानते हुए उसे बहाल कर दिया गया। मध्यप्रदेश में यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने इस मामले में अधिकारियों को तलब किया है।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस में विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) के जवान राकेश राणा ने अपनी मूंछें विशेष आकार में कटवा रखी हैं। उसकी मूंछें कैप्टन अभिनंदन जैसी लगती है। जवान राकेश राणा एसएएफ में चालक के पद पर पदस्थ है। वह विशेष पुलिस महानिदेशक को-ऑपेरेटिव फ्रॉड के पास ड्यूटी पर था और उसके साहब को उसकी मूंछें टर्नआउट चेक में भद्दी लगीं। अधिकारी ने मूंछ और बाल कटवाने का आदेश दिया तो उसने मूंछ कटवाने से साफ मना कर दिया। इस पर अधिकारी नाराज हुए और उसके वरिष्ठ अधिकारी से कार्रवाई की अनुशंसा की। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारी ने उसके निलंबन का आदेश जारी कर दिया। आदेश में लिखा कि आरक्षक चालक को मूंछ और बाल कटवाने के आदेश दिए थे जो उसने नहीं माने। मामला जब मीडिया में उछला तो अधिकारियों से गृह मंत्रालय तक जवाब तलब होने लगे। पत्रकारों से जवान का कहना था कि जब अधिकारी मूंछ रख सकते हैं तो जवान क्यों नहीं।
नौकरी पर बहाल हुआ जवान
लंबी मूछों के कारण पुलिस सर्विस से निलंबित किए गए सिपाही को सोमवार को बहाल कर दिया गया है। पुलिस के एक आला अधिकारी ने कहा कि उसे निलंबित करने का आदेश सक्षम अधिकारी द्वारा नहीं दिया गया था। सहायक महानिरीक्षक प्रशांत शर्मा के आदेशानुसार पुलिस की मोटर परिवहन शाखा में चालक के पद पर तैनात सिपाही राकेश राणा को अपने वरिष्ठ अधिकारी के आदेश का पालन नहीं करने पर निलंबित कर दिया गया था।