कासगंज में एक प्रधान ने गांव के तीन लोगों को हाथ-पैर बांधकर इतना पीटा कि तीनों मरणासन्न स्थिति में पहुंच गए। ये तीनों युवक एक ही परिवार के हैं। प्रधान की दबंगई के चलते किसी ने रोकने की कोशिश नहीं की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बेहोशी की हालत में तीनों को मुक्त किया। घायलों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। पुलिस ने इस मामले में पीड़ित परिवार की तहरीर पर प्रधान सहित 10 लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ किया है।
घटना ढोलना थाना क्षेत्र के गांव वाहिदपुर माफी की है। शनिवार की दोपहर गांव के प्रधान नरेश बाबू, भाई रणवीर सिंह और सात-आठ साथियों के साथ विवादित भूमि पर निर्माण कार्य करा रहा था। इसी दौरान गांव के ओमवीर, उसका पुत्र गोपाल, ओमवीर का चचेरा भाई दिनेश पहुंच गए। न्यायालय के स्थगन आदेश का हवाला देकर निर्माण रोकने को कहा। इससे गुस्साए प्रधान ने साथियों की मदद से तीनों को बंधक बना लिया। बिजली के खंभे से हाथ-पैर बांध पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। प्रधान के खौफ से किसी ने बीच-बचाव की हिम्मत नहीं की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बेहोशी की हालत में तीनों को मुक्त किया। घायलों को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। इस घटना को लेकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। लोग प्रधान के आतंक के चलते दहशत में हैं।
थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह इंदौलिया ने बताया कि ओमवीर के पिता अमर सिंह की तहरीर पर प्रधान नरेश बाबू, उसके भाई रणवीर सिंह और आठ अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।