आगरा। यमुना एक्सप्रेस वे पर तेज रफ्तार का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। यमुना एक्सप्रेस वे पर लगातार हो रहे हादसों को लेकर सरकार ने एक्सप्रेसवे पर स्पीड तय कर दी है लेकिन फिर भी चालक तेज रफ्तार में गाड़ी दौड़ाने से बाज नही आ रहे है। यमुना एक्सप्रेस वे के इंचार्ज कोऑर्डिनेटर रिटायर्ड मेजर मनीश सिंह से मिले आकंडो के अनुसार सोमवार को ही 120 वाहनों ने गति सीमा का उल्लंघन किया।
इनमें से एक चार पहिया वाहन ने तो रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। पांडुचेरी नंबर प्लेट वाली मर्सेडीज एस 450 की स्पीड सबसे ज्यादा 214.40 किलोमीटर प्रति घंटा रिकॉर्ड हुई। वहीं दूसरे नंबर पर लखनऊ में रजिस्टर्ड मारुति सियाज हाइब्रिड रही जिसकी रफ्तार 166.90 पाई गई।
इस घटना को लेकर मनीष सिंह का कहना है कि तेज रफ्तार और गति उल्लंघन का अभी तक का सबसे तेज रफ्तार का मामला है। इस रफ्तार ने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए है। इस मामले की सारी जानकारी आगरा आरटीओ को भेज दी गयी हैं। अब यह उनके ऊपर है कि वह इन वाहनों के ड्राइवरों के खिलाफ क्या कदम उठाते हैं।’
एक्सप्रेस वे के अधिकारियों के मुताबिक, सात महीने पहले 9 जनवरी की रात को आगरा आरटीओ ने पाया था कि एक बीएमडब्ल्यू कार 203.09 किलोमीटर प्रतिघंटा के हिसाब से एक्सप्रेस वे से गुजरी थी। हैरानी की बात है कि उस रात घना कोहरा था ऊपर से कार की हेडलाइट भी बंद थीं। इसी रात नई दिल्ली और मध्य प्रदेश की नंबर प्लेट वाली दो और कारें निर्धारित सीमा से कहीं ज्यादा स्पीड से यहां से गुजरी थीं। इनकी स्पीड क्रमश: 176 और 185 किलोमीटर प्रति घंटा थी।