आगरा। प्रदेश की कमान संभालते ही नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार उर्फ लल्लू ने प्रदेश ने कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कवायदे शुरू कर दी हैं। जिस तरह से कांग्रेस हाई कमान ने अजय कुमार को प्रदेश की कमान सौपकर सभी को आश्चर्य चकित कर दिया था वैसे ही नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को 51 जिला अध्यक्षों की घोषणा कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आगरा की कमान जिला अध्यक्ष के रूप में एक महिला कांग्रेस नेत्री मनोज दीक्षित को सौंपी। जिला अध्यक्ष की कमान मिलने के बाद मनोज दीक्षित काफी उत्साहित नजर आईं तो उन्हें बधाई देने वालों का तांता भी उनके निज निवास पर लगा रहा। जिले की कमान मिलने के बाद उत्साहित मनोज दीक्षित अपने समर्थकों के साथ प्रभु के दर्शन के लिए मंदिर भी पहुंची जहां उन्होंने पूजा आराधना की।
मनोज दीक्षित को जिले की कमान सौंपना इसलिए भी आश्चर्यचकित नजर आता है क्योंकि अभी तक कांग्रेस के आगरा जिले के इतिहास में किसी भी महिला नेत्री को कांग्रेस मेन बॉडी की जिला अध्यक्ष की कमान नहीं मिली है लेकिन कांग्रेस नेत्री मनोज दीक्षित ने 10 साल के अपने कांग्रेस राजनीतिक सफर में यह उपलब्धि हासिल कर ली है।
जिले की कमान मिलने के बाद कांग्रेस नेत्री मनोज दीक्षित से मून ब्रेकिंग की वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि उनका राजनीतिक सफर 30 साल का है लेकिन कांग्रेस में सक्रिय राजनीतिक सफर उन्होंने 2009 में शुरू किया था। बताया जाता है कि 2009 में भदरौली में एक बड़ी डकैती हुई थी जिसमें एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान उन्होंने उग्र प्रदर्शन किया और एक अधिकारी तक को थप्पड़ मार दिया था जिसके बाद वो सुर्खियों में आई थी। उनकी प्रतिद्वंदिता अक्सर राजा अरिदमन सिंह से लगातार चलती रहती थी। इस मामले को राजा अरिदमन सिंह ने तूल दिया और उन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा तक दर्ज करा दिए गए। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते उन्होंने 2009 में कांग्रेस का हाथ थाम लिया। 2009 में कांग्रेस में शामिल होने के बाद वह लगातार बाह पिनाहट क्षेत्र में कांग्रेस की जमीन को मजबूत करने में जुटी हुई हैं। कांग्रेस हाईकमान को उनकी मेहनत पर भरोसा था इसीलिए उन्हे 2010 और 2015 में जिला पंचायत सदस्य का भी चुनाव लड़ा। इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी सिंबल नहीं दी तो मनोज दीक्षित निर्दलीय के रूप में मैदान में उतरी थी लेकिन पार्टी का पूरा सपोर्ट उन्हें मिला नवनिर्वाचित जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने बताया कि 2010 में उनके सामने कई दिग्गज नेता थे और इस चुनाव में उनकी जीत भी हुई लेकिन बसपा सरकार के दबाव के कारण उन्हें 180 वोटों से हरा दिया गया। पार्टी को मजबूत करने के दौरान वह महिला कांग्रेस के कई अहम पदों पर भी रही जिला अध्यक्ष बनने से पूर्व वह महिला कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल थी और पीसीसी सदस्य भी थी।
नवनिर्वाचित जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित का कहना है कि आगरा जिले में कांग्रेस की जमीन को मजबूत करना और अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ना उनकी प्राथमिकता है। उनका कहना था कि पार्टी हाईकमान ने जो उन पर भरोसा जताया है वह उस पर बखूबी खरी उतरेंगी।
निवर्तमान जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा का कहना था कि नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कांग्रेस के लिए संघर्ष कर रहे कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी है। उन्होंने भी मनोज दीक्षित को जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर बधाई दी।