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ताजगंज-फतेहाबाद रोड़ के व्यापारियों ने किया अंडरग्राउंड मेट्रो निर्माण का विरोध

by admin

Agra. आगरा में मेट्रो का काम तेजी के साथ चल रहा है। शहर में मेट्रो ट्रेन चलेगी इसको लेकर हर शहरवासी उत्साहित हैं और मेट्रो के संचालन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन अंडरग्राउंड मेट्रो कुछ लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। फतेहाबाद रोड बाजार कमेटी व ताजगंज क्षेत्र के लोगों ने मेट्रो ट्रेन की भूमिगत मार्ग का विरोध शुरू कर दिया है।

विरोध कर रहे लोग ताज व्यू तिराहे से गुम्मट मार्ग पर बन रहे मेट्रो के भूमिगत मार्ग और दीवार का विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर आज व्यापारियों ने पीड़ित जनता के साथ मिलकर ताज व्यू चौराहे के समीप विरोध प्रदर्शन किया और अपनी पीड़ा से सभी को रूबरू भी कराया।

मेट्रो की भूमिगत मार्ग का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि मेट्रो का भूमिगत मार्ग बदल दिया गया है। पीड़ित दुकानदार व्यापारियों ने बताया कि जब पूर्व में निर्धारित मार्ग अग्रसेन चौक ताज भी उत्तर आय से होटल हावर्ड पार्क प्लाजा होकर एक लाइन पीएसी स्थित डिपो और दूसरी लाइन पुरानी मंडी को जानी थी तो फिर मार्ग क्यों बदला जा रहा है। क्यों 1000 से 2000 करोड़ का अतिरिक्त खर्च किया जा रहा है। इससे हजारों लोग सामने संकट पैदा होगा जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसी स्थित डिपो से पुरानी मंडी ताजमहल भूमिगत मेट्रो स्टेशन मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है फिर उसे क्यों नहीं जोड़ा जा रहा है जिससे समय और पैसा दोनों ही बच रहा है।

पीड़ित व्यापारियों ने बताया कि अग्रसेन चौक ताज व्यू तिराहे से पुरानी मंडी मार्ग मुख्य फतेहाबाद रोड से जुड़ा हुआ है। उक्त मार्ग पर होटल रेस्टोरेंट शोरूम हॉस्पिटल सिनेमाघर और छोटे-मोटे व्यापारियों की प्रतिष्ठान है। दिन-रात पर्यटकों का आवागमन भी यहां लगा रहता है लेकिन उक्त मार्ग पर भूमिगत मेट्रो मार्ग बनाए जाएगा और दोनों ही दीवार लगाई जाएगी तो मात्र 15 फुट का मार्ग ही रह जाएगा जिसे सारी व्यवसायिक गतिविधियां बंद हो जाएंगी। जिससे सिर्फ आवागमन में ही दिक्कतें पैदा होगी।

पीड़ित दुकानदारों ने बताया कि अगर इस मार्ग पर भूमिगत मेट्रो स्टेशन मार्ग बना तो यहां के प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद हो जाएंगे। व्यवसाई गतिविधियां यहां संचालित नहीं हो पाएंगे। क्योंकि उस मार्ग पर जगह इतनी नहीं बचेगी जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी। व्यापारियों ने कहा कि पहले से ही कोरोनावायरस जैसी मामलों के चलते रोजगार की स्थिति ठीक नहीं है तो वहीं अब विकास के नाम पर सरकार उनका रोजगार छीनना चाहती है।

विरोध रहेगा जारी

पीड़ित व्यापारियों का कहना है कि वह मेट्रो के विरोध में नहीं है। मेट्रो शहर में आ रही है अच्छी बात है लेकिन वह अपनी इस मांग को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। सरकार और स्थानीय प्रशासन को भी पता चलना चाहिए कि आखिरकार विकास के नाम पर वह कितने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं और रोजगार भी छीन रहे हैं।

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