Agra. खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र में खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा में सांसद खेल महोत्सव 15 नवंबर से शुरू होगा जो 30 नवंबर तक चलेगा। इस खेल महोत्सव की जानकारी एक प्रेस वार्ता के दौरान सांसद फतेहपुर सीकरी और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने दी।
खिलाड़ी दिखाएंगे अपना दमखम
सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि 15 दिनों तक चलने वाले सांसद खेल स्पर्धा में एथलेटिक्स, खो-खो, क्रिकेट, कबड्डी, कुश्ती, वॉलीबॉल खेलों का आयोजन किया जाएगा। इन सभी खेलों की प्रतिस्पर्धा में जिलेभर के खिलाड़ी भाग लेंगे। प्रतियोगिता का शुभारंभ 15 नवंबर को किया जाएगा। सांसद खेल स्पर्धा का मुख्य उद्देश्य खेल के प्रति युवाओं की रूचि बढ़ाना और उन्हें अधिक प्रतिभावान बनाना है जिससे आगे चलकर युवा खेल प्रतिभा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना कौशल प्रदर्शित कर सकें।
यहाँ होंगी प्रतियोगिताएं
15 नवंबर को सदर तहसील के आरबीएस कॉलेज बिचपुरी में, 16 नवंबर को केरल के जनता इंटर कॉलेज, 18 को फतेहाबाद के माउंट लिट्रा स्कूल, 19 को बाह के खेल मैदान और 20 नवंबर को किरावली के मोनी बाबा खेल मैदान पर यह प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी। प्रतियोगिता का फाइनल एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में 27 और 28 नवंबर को किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
ग्रामीण खेल प्रतिभा को राष्ट्रीय पहचान
सांसद राजकुमार चाहर का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी खेल प्रतिभाओं की किसी भी तरह की कमी नहीं है लेकिन उन्हें खेल का माहौल और अच्छे कोच नहीं मिल पाते हैं। न ही प्रतियोगिता में वह प्रतिभाग कर पाते हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिससे ग्रामीण क्षेत्र की खेल प्रतिभाएं प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा को निकाल सकें।
जारी रहेंगी यह प्रतियोगिता
सांसद राजकुमार चाहर का कहना है कि इस योजना के अंतर्गत जिलों को ग्राम स्तर ब्लॉक स्तर एवं जनपद स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाएगा और यह क्रम जारी रहेगा जिससे खेल प्रतिभाओं को खेल का माहौल मिल सके।
इस दौरान विधायक महेश गोयल, विधायक हेमलता दिवाकर, जिला अध्यक्ष भाजपा गिर्राज सिंह कुशवाहा, डॉ संजीव पाल, कमल चौधरी, सुनील चंद्र जोशी, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी हरीसिंह यादव, यशपाल राणा, रामसकल गुर्जर मुख्य रूप से मौजूद रहे।