आगरा। T-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान किक्रेट टीम की जीत का जश्न मनाने के आरोपी तीनों कश्मीरी छात्र सोमवार शाम जमानत पर रिहा हो गए। तीनों छात्रों की हाईकोर्ट से जमानत मंजूर हुई थी। मगर, स्थानीय जमानती नहीं मिलने की वजह से परिजनों को कश्मीर से यहां आना पड़ा था। पुलिस ने जमानतियों का वेरिफिकेशन किया। कश्मीर से वेरिफिकेशन की रिपोर्ट आने के बाद ही तीनों छात्रों की रिहाई का सोमवार को परवाना जारी हुआ।
24 अक्टूबर को टी-20 विश्वकप मैच में भारत-पाक के बीच क्रिकेट मैच था। जिसमें भारत हार गया था। पाक की जीत पर आरबीएस बिचपुरी इंजीनियरिंग के छात्रों अरशीद युसूफ, इनायत अलताफ और शौकत अहमद गनई की चैटिंग और वाट्सएप स्टेटस इंटरनेट मीडिया में वायरल हुई थी। बताया जाता है कि भारत की हार पर तीनों ने जश्न मनाया था। इसकी जांच कालेज प्रबंधन ने भी कराई थी और घटना सही होने पर उन्हें निलंबित कर दिया था।
इस मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी गौरव राजावत की तहरीर पर जगदीशपुरा थाने में कश्मीरी छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने आरोपित छात्रों को गिरफ्तार का अदालत में पेश किया था। वहां से उन्हें जेल भेज दिया था।
बताया जाता है कि तीनों कश्मीरी छात्रों को आगरा एवं मथुरा समेत आसपास के जिलों में कोई जमानतदार नहीं मिला। जिसके चलते छात्रों के कश्मीर में रहने वाले स्वजन और सगे संबंधियों ने उनके जमानतदार बने हैं। उनके द्वारा अदालत में प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों का जम्मू-कश्मीर की स्थानीय पुलिस द्वारा सत्यापन किया गया। सत्यापन की रिपोर्ट आने के बाद ही उनकी रिहाई का परवाना जारी हुआ।