आगरा। कोरोना महामारी का संक्रमण पूरी तरह समाप्त ना होने के चलते श्री रामलीला कमेटी ने इस साल भी रामलीला महोत्सव का आयोजन ना कराने का निर्णय लिया है लेकिन रामलीला महोत्सव को प्रतीक स्वरूप में मनाया जाएगा। इसके तहत रविवार 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन परंपरागत गणेश पूजन एवं मुकुट पूजन का आयोजन किया जाएगा। बताते चलें कि पिछले वर्ष में रामलीला महोत्सव का आयोजन नहीं हुआ था।
श्री रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि इस बार रामलीला महोत्सव का आयोजन किया जाए, इसमें राम बारात और जनकपुरी महोत्सव को भी करने का विचार बना। लेकिन श्री रामलीला कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष नवीन जैन की आगरा प्रशासन से बातचीत के बाद रामलीला महोत्सव आयोजन ना कराने का निर्णय लिया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए रामलीला महोत्सव जैसे लक्खी मेले को इस साल भी टालना जनहित में उचित रहेगा।
श्री रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रतीक रूप में रामलीला महोत्सव आयोजन किया जाएगा। एक माह तक चलने वाले रामचरितमानस पाठ की विधि विधान से शुरुआत की जाएगी। रावतभाटा में मनकामेश्वर मंदिर के निकट स्थित चन्नोमल की बाराद्वारी में गणेश पूजन का मुहूर्त पूजन करने और रामायण का पाठ कराने का निर्णय लिया गया है। कल रविवार शाम 5 बजे से यह आयोजन होगा।