आगरा। एक चुनावी जनसभा के दौरान सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान बजरंग बली को दलित और विशेष समाज का बताये जाने पर जहाँ ब्राह्मण समाज सूबे के मुख्यमंत्री का विरोध कर रहा है तो वहीं वाल्मीक समाज इसका समर्थन कर हर्ष व्यक्त कर रहे हैं।
गुरुवार को अखिल भारतीय वाल्मीकि युवक महासंघ के पदाधिकारी सेंट पीटर्स चौराहे स्थित बजरंगबली के मंदिर पहुँचे जहाँ अखिल भारतीय वाल्मीकि युवक महासंघ के पदाधिकारियों ने विधि विधान के साथ प्रभु पवन पुत्र हनुमान की पूजा आराधना की।
अखिल भारतीय वाल्मीकि युवक महासंघ के नेता अजय वाल्मीक का कहना था कि सूबे के मुखिया ने पवन पुत्र को दलित समाज का बताकर उनके समाज का मान बढ़ाया है। वाल्मीक समाज के नेता अजय वाल्मीक ने सूबे के मुखिया से मांग की है कि प्रदेश के सभी मंदिरों के पुरोहित प्रभु हनुमान का दिव्य कवच जनेऊ भी समाज के लोगों को धारण कराये। जिससे समाज में फैली सामाजिक कुरुति भी दूर हो सके।
इस दौरान वरिष्ठ नेता नंदलाल भारती, सत्येंद्र कुमार, माया माहौर, प्रेमपाल सिंह, बबलू, पी के पारस, चंद्र वती वर्मा, लक्ष्मण गुर्जर, राजेश, मेहर सिंधी भाई आदि दलित समुदाय के लोग मौजूद रहे।