आगरा नशीली दवाओं के बाद अब नकली दवा सैम्पलों की सबसे बड़ी मंडी बन गया है। नकली दवा सैम्पलों की सूचना पर ड्रग विभाग ने शास्त्रीपुरम स्थित एक फ्लैट से 190 ब्रांडेड कंपनियों के 350 से अधिक प्रकार के संदिग्ध फिजिशियन सैम्पल सीज किये है। इतना बड़ा जखीरा देखकर ड्रग विभाग के अधिकारियों के भी होश उड़ गए। ड्रग अधिकारियों ने इस फ्लैट से करीब 40 बोरे दवा सीज की जिनकी कीमत डेढ़ करोड़ के करीब है। आगरा में नकली दवाओं के सैम्पल की यह सबसे बड़ी कार्यवाही है।
बताया जाता है कि सिकंदरा पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान मोटरसाइकिल सवार युवकों के पास से दो कार्टून बरामद किए थे जिनमे दवाएं भरी हुई थी। पुलिस को शक हुआ तो मोटरसाइकिल सवारों से सख्ती से पूछताछ की तो युवकों ने पुलिस को सबकुछ बता दिया। पुलिस युवकों के बताए स्थान निखिल गार्डन के एक फ्लैट में पहुँची जहाँ दवाओं का जखीरा मिला। पुलिस ने तुरंत मौके पर ड्रग विभाग के अधिकारियों को बुला लिया।
सहायक आयुक्त औषधि प्रशासन शिव शरण सिंह अपने दलबल के साथ पहुँच गए। टीम ने जांच की तो 190 ब्रांडेड फार्मास्युटिकल्स कंपनियों के 350 से अधिक फिजिशियन सैम्पल जब्त किए। इनमे एंटीबायोटिक इंजेक्शन, टेबलेट्स, बच्चों के सीरप, बीपी व शुगर की दवाएं, महंगे माउथवाश फ्रेशनर के सैम्पल शामिल है। औषधि विभाग की ओर से करीब 15 घंटे तक अपनी इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। विभागीय अधिकारियों ने हर कंपनी के नाम, पते और बैच नंबर की लिस्ट बनाई। करीब 15 घंटे चली इस कार्रवाई के दौरान इन दवाओं की सीजर रिपोर्ट तैयार हो पाई।
औषधि प्रशासन शिव शरण का कहना है कि से सिकंदरा पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को हिरासत में लिया है तो वहीं इस फ्लैट के मालिक अभी फरार चल रहे हैं जिनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।