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सहारा इंडिया रीज़नल ऑफिस पर निवेशकों में काटा हंगामा, पूरे पैसे का एफिडेविट लेने के बावजूद आधा पैसा देने का आरोप

by admin
There was a ruckus among investors at Sahara India Regional Office, accused of giving half the money despite taking an affidavit of full money

Agra. सुलतानगंज की पुलिया सेंट्रल बैंक रोड स्थित सहारा इंडिया के रीजनल ऑफिस पर लोगों ने जमकर हंगामा काटा। लोगों ने सहारा इंडिया बैंकिंग ऑफिस में मौजूद लोगों को खरी-खोटी सुनाई और जमकर नारेबाजी भी की। हंगामा काट रहे लोगों का आरोप था कि कोर्ट से सहारा इंडिया को आदेश हुए हैं कि वह अपने निवेशकों के रुपए वापस लौट आए लेकिन ऑफिस के कर्मचारी ऐसा नहीं कर रहे हैं जिससे लोगों में खासा आक्रोश है और लोग अपने पैसे वापसी के लिए हंगामा कर रहे हैं।

हाईकोर्ट ने पैसे वापस करने के लिए हैं निर्देश

हंगामा काट रहे निवेशकों ने बताया कि दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में सारा परिवार को निवेशकों के पैसे लौटाने के निर्देश दिए हैं। आदेश होने के बाद निवेशक अपने पैसे यहां लेने आए हैं लेकिन सहारा परिवार के कर्मचारी उन्हें पूरा पैसा नहीं दे रहे बल्कि आधा पैसा दे रहे हैं जिससे लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का आरोप है कि उन्होंने रात दिन मेहनत करके सहारा परिवार में निवेश किए थे लेकिन जितना पैसा निवेश किया वह पैसा भी वापस नहीं किया जा रहा है जबकि हाईकोर्ट ने जमा पैसा पूरा वापस करने के निर्देश जारी किए हैं।

There was a ruckus among investors at Sahara India Regional Office, accused of giving half the money despite taking an affidavit of full money

पूरे पेमेंट का ले रहे हैं एफिडेविट

सहारा परिवार के रीजनल ऑफिस पर हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि सहारा परिवार के लोग अभी भी धोखाधड़ी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। यहां के कर्मचारी हर निवेशक के एफिडेविट ले रहे हैं जिसमें लिखा है कि हमने पूरा पैसा प्राप्त कर लिया लेकिन इस एफिडेविट के बदले वह पूरा नहीं बल्कि आधा पैसा ही वापस कर रहे हैं। जब पूरा पैसा जमा किया है तो आधा पैसा क्यों ले।

सहारा परिवार के रीजनल ऑफिस पर हंगामा काट रहे कुछ लोगों का आरोप था कि उन्होंने अपनी आमदनी में से बेटी की शादी और पढ़ाई के लिए पैसे हर महीने जमा किए थे। लगभग 10 साल तक उन्होंने पैसे जमा किए और उसके बाद सहारा परिवार डूब गई। सहारा परिवार ने उनके अरमानों का गला घोट दिया। जिस उम्मीद से पैसा निवेश किया था, उस पैसे का ब्याज तो छोड़ो मूल भी देने को तैयार नहीं है। उनके जो अरमान थे अरमान बनकर ही रह गए। निवेशकों ने साफ कह दिया कि जब तक पूरा पैसा नहीं मिलेगा वह सहारा परिवार का पीछा नहीं छोड़ेंगे।

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