Agra. ऑक्सिजन की चल रही किल्लत के बीच ऑक्सिजन सिलेंडर आपूर्ति का बड़ा खेल सामने आया है जिसनें प्रशासनिक अमले को हिलाकर रख दिया है। शुक्रवार को जिलाधिकारी पीएन सिंह ने शहर के पांच अस्पतालों में आपूर्ति हुई ऑक्सीजन सिलेंडरों की जांच के आदेश दिए थे। यह सभी अस्पताल नॉन कोविड थे। सिलेंडर आपूर्ति का ऑडिट एसीएमओ औषधि निरीक्षक ने किया। ऑक्सिजन सिलेंडरों के ऑडिट के दौरान हॉस्पिटल संचालकों का कहना था कि प्रशासन द्वारा उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर मिले ही नहीं है। उनके नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया है।
आगरा जिले में दो ऑक्सीजन प्लांट हैं। सिकंदरा पर एसडीएम सदर वीके गुप्ता की ड्यूटी है जबकि टेढ़ी बगिया पर एसडीएम एत्मादपुर प्रियंका सिंह की निगरानी में सिलेंडर दिए जाते हैं। दोनों प्लांटों पर प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगी हुई है। शुक्रवार शाम को जिलाधिकारी पीएन सिंह ने 5 अस्पतालों की सूची जारी करते हुए इनमें 30 अप्रैल से 4 मई तक 810 सिलेंडर आपूर्ति का दावा करते हुए जांच के निर्देश दिए थे।
एसीएमओ औषधि ने 5 अस्पतालों का ऑडिट किया तो उनका सिलेंडर का सच सामने आया। अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति के साक्ष्य नहीं मिले हैं। अस्पतालों के संचालकों ने प्रशासन की सूची को फर्जी करार दिया है। अस्पताल संचालक ने इस संबंध में अपने बयान भी दर्ज कराए हैं।
इस पूरे मामले को लेकर जिला अधिकारी भी सकते में हैं। उनका कहना है कि इस पूरे मामले की जांच कराई तो पता चला कि पांच अस्पतालों में 810 सिलेंडर आपूर्ति हुई है। अस्पताल संचालकों ने इस आपूर्ति से मना कर दिया है जांच रिपोर्ट मंगाई गई है। गड़बड़ी कहां हुई इसकी पूरी जांच की जाएगी।