Agra. एसएन मेडिकल कॉलेज में इस समय हड़कंप मचा हुआ है। एसएन की सात मंजिला भवन के दूसरे तल स्थित माइक्रोबायोलॉजी और पैथोलॉजी विभाग में अज्ञात चोरों ने अपने हाथ दिखाकर और चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। पहले दोनों विभागों का ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया और सबूत न मिले इसके लिए सीसीटीवी कैमरा, हार्ड डिस्क, डीवीआर और एलईडी भी ले गए। विभागाध्यक्ष सहित अन्य कमरों के ताले टूटे मिलने पर चिकित्सकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और फॉरेंसिक टीम को भी बुला लिया।
बुधवार रात की है घटना
बताया जाता है कि घटना बुधवार रात की है। मेडिकल कॉलेज में बुधवार को छुट्टी थी विभाग बंद थे। बृहस्पतिवार की सुबह भवन में पहुंचे तो मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ था। ताला खोलकर कर्मचारी संबंधित विभाग में पहुंचे तो स्थित देख उनके होश उड़ गए। माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष सहित तीन कमरों के ताले टूटे हुए थे। इसमें पैथोलाजी विभाग भी शामिल है। हालांकि पैथोलॉजी विभाग से कोई सामान चोरी नहीं हुआ है।
सीसीटीवी कैमरे व अन्य सामान ले उड़े चोर
माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सीसीटीवी कैमरे लगने थे। उसके लिए ही एलईडी, डीवीआर आदि अलमारी में रखे हुए थे। अज्ञात चोर सीसीटीवी कैमरा, डीवीआर और 32 इंच की एलईडी के साथ दो कंप्यूटरों की हार्ड डिस्क भी चोर ले गए। इसमें से एक कंप्यूटर में एचआइवी पॉजिटिव का डाटा भी था जबकि दूसरे कंप्यूटर में विभाग का रिकार्ड था। कमरे में सामान बिखरा पड़ा था। चोरी की सूचना पर फॉरेंसिक विभाग की फील्ड यूनिट पहुंची और फिंगर प्रिंट लिए। माइक्रोबायोलॉजी और पैथोलाजी विभाग के गेट पर फिंगर प्रिंट मिले हैं। जबकि भूतल, प्रथम तल व अन्य स्थानों पर फिंगर प्रिंट नहीं मिले हैं।
कर्मचारियों पर शक, पहले भी टूटे हैं ताले
माइक्रोबायोलॉजी विभाग में पहले भी दो बार ताले टूटे हैं। पांच सितंबर और 12 नवंबर को ताले टूटे हुए मिले थे। उस समय कोई सामान चोरी नहीं हुआ था। पहले भी छुट्टी के अगले दिन ताले तोड़े गए थे। सूत्रों के अनुसार विभागीय कर्मचारियों पर शक हैं, इन्हें चिह्नित किया जा रहा है।
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि माइक्रोबायोलॉजी व पैथोलॉजी विभाग में हुई चोरी की जांच कराई जा रही है। पांच सितंबर को ताला टूटा मिलने पर थाना एमएम गेट में मुकदमा दर्ज कराया गया था।